केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या को लेकर किया बड़ा दावा, कहा-कंपनियों के माध्यम से ले रहे हैं जानकारी
By एस पी सिन्हा | Published: December 7, 2024 03:55 PM2024-12-07T15:55:10+5:302024-12-07T15:55:54+5:30
Giriraj Singh: बांग्लादेश में जो घटनाएं हो रही हैं, वह मानवता पर एक गहरा आघात हैं। पाकिस्तान में भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, और यहां के ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की जुबान बांग्लादेश पर क्यों नहीं खुलती?
Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने शनिवार को एक सोशल मीडिया एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने लिखा है कि भारत में प्रवेश करने के बाद बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या सबसे पहले स्विगी, जोमैटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि सर्विस इंडस्ट्री में डिलीवरी बॉय के रूप में काम करना शुरू कर देते हैं।
गिरिराज सिंह ने लिखा है कि सर्विस इंडस्ट्री से जुड़ी सभी कंपनियों को इस ओर सख्ती से ध्यान देने और कोई भी जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचित करने की जरूरत है। भारत में प्रवेश करने के बाद बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या सबसे पहले स्विगी, जोमैटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि सर्विस इंडस्ट्री में डिलीवरी बॉय के रूप में काम करना शुरू कर देते हैं। सर्विस इंडस्ट्री से जुड़ी सभी कंपनियों को इस ओर सख्ती से ध्यान देने और कोई भी जानकारी मिलते ही...। वहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर उन्होंने कहा कि वहां की सरकार चरमपंथियों के दबाव के आगे झुक गई है।
अब पाकिस्तान और बांग्लादेश की सरकारों में कोई अंतर नहीं है। भारत सरकार ने कड़ी चेतावनी जारी की है। मैंने शुक्रवार को भी कहा था और आगे भी कहना जारी रखूंगा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ को हस्तक्षेप करना चाहिए। बांग्लादेश में जो घटनाएं हो रही हैं, वह मानवता पर एक गहरा आघात हैं। पाकिस्तान में भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, और यहां के ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की जुबान बांग्लादेश पर क्यों नहीं खुलती? आज बांग्लादेश में हमारी हिंदू बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है, मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, हत्याएं की जा रही हैं।
भारत सरकार ने और वहां के दूतावास ने इस पर पत्र लिखा है, लेकिन यह घटना समाज पर एक बड़ा आघात है। अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र को इस पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए। जिस ढंग से मानवता और अल्पसंख्यकों पर प्रहार हुआ है, इस पर उन्हें संज्ञान लेना चाहिए।