चक्रवात 'बुलबुल' से प्रभावित जिले में केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी को भी करना पड़ा विरोध का सामना, वापस जाओ के लगे नारे
By भाषा | Published: November 15, 2019 03:32 PM2019-11-15T15:32:19+5:302019-11-15T15:32:19+5:30
चक्रवात के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत होने के साथ ही भीषण तबाही हुयी है। गोसाबा पहुंचने के कुछ ही देर बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनका काफिला रोक दिया और ‘‘वापस जाओ’’ के नारे लगाये।
पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘बुलबुल’ से हुई क्षति के आकलन के लिये दक्षिण 24 परगना के दौरे पर आयीं केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी का तृणमूल कार्यकर्ताओं के एक समूह ने विरोध किया और ‘‘वापस जाओ’’ जैसे नारे लगाए। चौधरी ने कहा कि वह चक्रवात के बाद जमीनी हालात के बारे में जानने के लिये जिले में आयी थीं।
उन्होंने कहा कि चक्रवात के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत होने के साथ ही भीषण तबाही हुयी है। गोसाबा पहुंचने के कुछ ही देर बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनका काफिला रोक दिया और ‘‘वापस जाओ’’ के नारे लगाये।
सूत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हस्तक्षेप किया। बुधवार को जिले के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी ऐसे ही विरोध का सामना करना पड़ा था।
उनकी इस यात्रा को लेकर ममता बनर्जी नीत पार्टी पर ‘‘ओछी राजनीति’’ करने का आरोप लगाते हुए सुप्रियो ने कहा कि वह जमीनी स्तर के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक रिपोर्ट सौंपेंगे।