दिल्ली में कोरोना के बिगड़ते हालात पर अमित शाह की नजर, यूपी-हरियाणा-दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद लिया यह बड़ा फैसला
By सुमित राय | Published: July 3, 2020 05:13 AM2020-07-03T05:13:56+5:302020-07-03T05:13:56+5:30
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और दिल्ली-एनसीआर में कोविड-19 के स्थिति पर चर्चा की।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना वायरस के बिगड़ते हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और संक्रमण रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार को अमित शाह ने कोविड-19 के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और एनसीआर के शहरों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में रैपिड एंटीजन जांच करने पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान इस बीमारी से मृत्यु की दर को कम करने पर होना चाहिए और इसके लिए मरीज को जल्दी अस्पतालों में भर्ती कराना चाहिए।
अमित शाह ने अपनी अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह सलाह दी। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और अन्य ने हिस्सा लिया।
एनसीआर में संक्रमण रोकने के लिए उठाया जाएगा यह कदम
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमित शाह ने तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की, ताकि एनसीआर में कोविड-19 से लड़ने के लिए समान रणनीति बनाई जा सके। बयान के मुताबिक, गृह मंत्री ने संदिग्ध लोगों की तेजी से जांच करने पर जोर दिया, ताकि एनसीआर में संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सुझाया है कि रैपिड एंटीजन जांच किट का उपयोग करके ज्यादा से ज्यादा संख्या में जांच करके संक्रमण के फैलने की दर को 10 प्रतिशत से नीचे लाया जा सकता है। शाह ने कहा कि इन किट की मदद से करीब 90 प्रतिशत तक स्क्रीनिंग संभव है।
मरीज को जल्दी से अस्पताल में भर्ती करने पर होना चाहिए ध्यान
बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश और हरियाणा को इच्छित संख्या में ये किट दे सकती है। उसमें कहा गया है कि गृह मंत्री ने गरीबों और जरुरतमंदों का जीवन बचाने के मानवीय आधार के महत्व पर कहा कि हमारा ध्यान मरीज को जल्दी अस्पताल में भर्ती करने पर होना चाहिए ताकि मृत्यु दर को कम किया जा सके।
उन्होंने एनसीआर में कोविड-19 की मैपिंग के लिए आरोग्य सेतु और इतिहास ऐप के विस्तृत उपयोग पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा एम्स-टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ ले सकते हैं जिसमें मरीजों को विशेषज्ञों की राय मिलेगी। उसमें कहा गया है कि शाह ने दोनों राज्यों के छोटे अस्पतालों को टेली-वीडियोग्राफी के माध्यम से एम्स से मदद लेने को कहा। नीति आयोग के सदस्य वी.के. पॉल ने एनसीआर में कोविड-19 उन्मूलन रणनीति पर प्रस्तुति दी और इसके लिए आगे का रास्ता सुझाया।
दिल्ली में कोरोना वायरस के 27 हजार से ज्यादा एक्टिव केस मौजूद
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली में अब तक 89802 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें 2803 लोगों ने इस महामारी के कारण अपनी जान गंवा दी है। दिल्ली में 59992 लोग ठीक हुए हैं और कोविड-19 के 27007 एक्टिव केस मौजूद हैं।
दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में अब तक 14941 लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 240 लोगों की मौत हो चुकी है। हरियाणा में 10499 लोग ठीक हुए हैं और 4202 एक्टिव केस मौजूद हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में 24056 लोग इस महामारी से संक्रमित है, जिसमें से 718 लोगों की मौत हो चुकी है और 16629 लोग ठीक हो गए हैं। यूपी में कोविड-19 के 6709 एक्टिव केस मौजूद हैं।
(भाषा से इनपुट के साथ)