यूक्रेन मामले पर रूस ने कहा- 'भारत से UNSC में समर्थन की उम्मीद, उसे हालात की बेहतर समझ है'
By विनीत कुमार | Published: February 25, 2022 05:01 PM2022-02-25T17:01:57+5:302022-02-25T17:20:15+5:30
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने कहा है कि उसे भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में समर्थन की उम्मीद है।
नई दिल्ली: यूक्रेन (Russia-Ukraine) के साथ जारी जंग के बीच रूस ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में समर्थन की उम्मीद करता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की होने वाली इस बैठक में रूसी सेना की यूक्रेन में कार्रवाई को लेकर अहम प्रस्ताव अन्य देशों की ओर से अहम प्रस्ताव पारित किए जा सकते हैं।
रूस के डी अफेयर्स (Deputy Chief of Mission) के प्रभारी रोमन बबुश्किन ने कहा कि भारत को उन कारणों की गहरी समझ है जिसके कारण यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पैदा हुई है और मॉस्को दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी की वजह से नई दिल्ली से लगातार समर्थन की उम्मीद कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के साथ-साथ पूर्वी यूरोपीय देश में बढ़ती तनाव स्थिति पर रूस की निंदा करने वाले प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान करने की संभावना है। साथ ही प्रस्ताव में रूसी बलों की तत्काल वापसी की मांग भी की जाएगी। हालांकि, कानूनी रूप से बाध्यकारी उपायों को रूस द्वारा वीटो किया जा सकता है।
रूस ने की भारत के स्टैंड की सराहना
पूरे मामले पर भारत के स्टैंड की सराहना करते हुए रूसी राजनयिक ने तीन दिन पहले पेरिस में विदेश मंत्री एस जयशंकर की टिप्पणियों का भी उल्लेख किया कि यूक्रेन की मौजूदा स्थिति की जड़ें सोवियत संघ के विघटन के बाद की राजनीति और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विस्तार में हैं।
बबुश्किन ने कहा, 'भारत की स्थिति बहुत संतुलित और स्वतंत्र रही है। हम इसकी सराहना करते हैं और हम दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के साथ भारत के समर्थन की उम्मीद करते हैं।'
इससे पहले यूक्रेन संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मसौदे पर भारत के स्टैंड के बारे में गुरुवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में पूछे जाने पर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा था कि भारत ने इसे देखा है और नई दिल्ली का रुख इस मसौदे के फाइनल शेप पर निर्भर करेगा।
विदेश सचिव ने कहा, 'मुझे बताया गया है कि इसमें काफी बदलाव होंगे। हम खुद को और इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखने से पहले मसौदे के आकार को देखने के लिए इंतजार करेंगे।'