उज्जैन: श्री महाकालेश्वर में शिव नवरात्रि महापर्व प्रारम्भ, 21 फरवरी को महाशिवरात्रि
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 14, 2020 05:15 AM2020-02-14T05:15:22+5:302020-02-14T05:15:22+5:30
महाशिवरात्रि पर्व पर भस्म आरती की ऑनलाइन अनुमति नहीं रहेगी। ऑनलाइन बुकिंग 21 एवं 22 फरवरी को बन्द रहेगी।
गुरुवार से उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि महापर्व प्रारंभ हुआ। पहला दिन नैवेद्य कक्ष में श्री चन्द्रमौलेश्वर भगवान की पूजा, कोटितीर्थ पर स्थित श्री कोटेश्वर महादेव का पूजन-अर्चन करने के बाद के साथ प्रारम्भ हुआ।
प्रात: लगभग 9.30 बजे महाकाल मन्दिर के गर्भगृह में श्री महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में तथा अन्य 11 ब्राह्मणों के द्वारा देश एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना के साथ रुद्राभिषेक प्रारम्भ किया गया। इसके बाद अपराह्न में 3 बजे पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकाल को नवीन वस्त्र धारण कर श्रृंगारित कर पूजा-अर्चना की गई। महाशिवरात्रि के नौ दिन पूर्व शिव नवरात्रि उत्सव मनाया जाता है।
दो दिन भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बन्द रहेगी
महाशिवरात्रि पर्व पर भस्म आरती की ऑनलाइन अनुमति नहीं रहेगी। ऑनलाइन बुकिंग 21 एवं 22 फरवरी को बन्द रहेगी।
दूसरे दिन शेषनाग श्रृंगार होगा
मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य एवं पुजारी पं.आशीष शर्मा ने बताया कि शिव नवरात्रि उत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भगवान श्री महाकाल का शेषनाग से श्रृंगार कर उन्हें कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंडमाल, छत्र आदि से श्रृंगारित किया जाएगा।
उत्सव के तीसरे दिन शनिवार 15 फरवरी को भगवान महाकाल को घटाटोप, रविवार 16 फरवरी को छबिना श्रृंगार, सोमवार 17 फरवरी को होल्कर श्रृंगार, मंगलनाथ 18 फरवरी को मनमहेश श्रृंगार, बुधवार 19 फरवरी को उमामहेश श्रृंगार, गुरूवार 20 फरवरी को शिवतांडव श्रृंगार कर कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंडमाल, छत्र आदि से श्रृंगारित किया जाएगा।
उत्सव के नौवे दिन शुक्रवार 21 फरवरी को भगवान महाकाल को जलधारा चढ़ाई जायेगी। महाशिवरात्रि के दूसरे दिन शनिवार 22 फरवरी को भगवान महाकाल को सप्तधान श्रृंगार से श्रृंगारित किया जायेगा। इसी दिन श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से ब्राह्मणों को पारणा भोजन कराया जाएगा। इस पारणा भोजन में पूरा खर्च मन्दिर प्रबंध समिति के द्वारा किया जाता है।