उद्धव ठाकरे ने कहा- बीजेपी सरकार वही कर रही है जो हिंदुस्तान पर आक्रमण करने वाले अफजल खान ने किया था
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 15, 2023 07:08 PM2023-03-15T19:08:35+5:302023-03-15T19:11:52+5:30
एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें बिकाऊ नहीं लड़ाऊ सैनिक चाहिए। मुंबई में हुई महाविकास अघाड़ी की बैठक में उद्धव ठाकरे, अजित पवार, अनिल देशमुख, अशोक चव्हाण जैसे बड़े नेता मौजूद रहे।

उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी की बैठक में हिस्सा लिया
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई में बुधवार ,15 मार्च को महाविकास अघाड़ी की बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने आगामी चुनावों से पहले गठबंधन को मजबूत करने के लिए योजना बनाई और तय किया कि पूरे राज्य में बड़ी-बड़ी सभाएं आयोजित की जाएंगी।
बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उद्धव ने बीजेपी सरकार की तुलना अफजल खान से कर दी। उद्धव ठाकरे ने कहा, "जिस तरह अफजल खान ने हिंदुस्तान पर आक्रमण करते हुए लोगों को अपने साथ लाने के लिए उनके घर-द्वार तोड़े, भगवान के मंदिरों को तहस-नहस किया, केंद्र की बीजेपी सरकार आज वही काम कर रही है।"
उद्धव ठाकरे ने बैठक में कहा, "बीजेपी पूरे देश में यह तस्वीर बनाने की कोशिश कर रही है कि मोदी यानी भारत, मोदी का अपमान यानी भारत माता का अपमान. यदि ऐसा है तो भारत माता की जय बोलना छोड़ देना चाहिए और मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने चाहिए। जो बीजेपी से नहीं जुड़ रहा उसे जेल भेजा जा रहा है।"
एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें बिकाऊ नहीं लड़ाऊ सैनिक चाहिए। मुंबई में हुई महाविकास अघाड़ी की बैठक में उद्धव ठाकरे, अजित पवार, अनिल देशमुख, अशोक चव्हाण जैसे बड़े नेता मौजूद रहे।
बता दें कि शिवसेना पर अधिकार को लेकर एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच चल रही लड़ाई पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने 15 मार्च को सुनवाई की। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कई महत्वपूर्ण टिप्पणियां की। सीजेआई ने पूछा कि अगर शिंदे कैंप के विधायकों को उद्धव के कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन पर एतराज था तो वह 3 साल तक सरकार के साथ क्यों रहे? सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि अचानक से 34 लोगों कहने लगते हैं कि यह सही नहीं है।
सीजेआई ने तत्कालीन राज्यपाल पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "राज्यपाल को अपनी शक्ति का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए है कि विश्वास मत बुलाने से सरकार गिर सकती है। ऐसे में किसी भी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए गर्वनर को सभी बातों को ध्यान रखना चाहिए।"