पाक कैदी की हत्या मामले में जेल अधीक्षक और जेलर प्रभारी सहित दो सस्पेंड
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 21, 2019 10:18 PM2019-02-21T22:18:59+5:302019-02-21T22:18:59+5:30
जयपुर सेंट्रल जेल में लश्कर व सिमी से जुड़े पाकिस्तानी आतंकी शकीरूल्लाह उर्फ मोहम्मद हनीफ की 4 अन्य कैदियों द्वारा की गई।
जयपुर सेंट्रल जेल में लश्कर व सिमी से जुड़े पाकिस्तानी आतंकी शकीरूल्लाह उर्फ मोहम्मद हनीफ की 4 अन्य कैदियों द्वारा की गई। हत्या के मामले में बुधवार देर रात सरकार ने जेल अधीक्षक संजय यादव व जेलर जगदीश शर्मा को एपीओ कर दिया। वहीं जिस सेल नंबर 10 में शकीरूल्लाह कैद था, उसके प्रभारी वैद्यनाथ शर्मा व वार्डर रामस्वरूप को सस्पैंड कर दिया गया है। राकेश मोहन शर्मा को नए जेल अधीक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मामले की जांच महानिरीक्षक रूपिंद्र सिंह को दी गई है। पुलिस व इंटेलीजेंस ने प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश की उन सभी जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी है, जहां पाकिस्तानी नागरिक कैद हैं।
जेल सूत्रों के अनुसार शकीरूल्लाह जेल के 10 नंबर वार्ड की सेल में उम्रकैद की सजा भुगत रहा था। दोपहर करीब 1रू20 बजे टीवी रूम में शकीरूल्लाह सहित नौ कैदी मौजूद थे। इस दौरान शकीर ने टीवी की आवाज कम की तो वहां मौजूद दुष्कर्म के आरोपी अजीत, हत्या के मामले में फांसी की सजा पा चुके मनोज और भजनलाल तथा डकैती के अभियुक्त कुलविन्द्र के साथ कहासुनी हो गई।
कुछ ही देर में बात इतनी बिगड़ गई कि चारों आरोपियों ने जिस पत्थर की पट्टी पर टीवी रखा था उस पर से टीवी हटाकर उस पट्टी को तोड़ा और शकीरूल्लाह पर ताबड़तोड़ वार किया जिसके चलते उसकी वहीं पर मौत हो गई। सूचना मिलने पर जयपुर कमिश्नरेट, गृह विभाग, जिला प्रशासन, एफएसएल और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस संबंध में लालकोठी थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर में रखवा दिया गया है।
मामले में एपीओ हुए जेल अधीक्षक संजय यादव ने कहा कि उसे 18 फरवरी से राजकीय कार्य से उधमपुर भेजा हुआ था। जेल का चार्ज उप अधीक्षक अनंतेश्वर के पास था और यह घटना हो गई। राजस्थान की सिम जम्मू-कश्मीर में नहीं चलने से मेरी किसी से बात नहीं हो पाई अन्यथा जयपुर जेल में मेरे सेवाकाल मे कभी कोई नकारात्मक घटना नहीं हुई।
राजस्थान की जेलों में शकीरूल्लाह सहित 19 पाक नागरिक थे। शकीरूल्लाह लश्कर व सिमी का एजेंट था जिसे एसीजेएम कोर्ट ने जासूसी व आतंकियों के लिए फंड जुटाने के लिए गत 30 नवंबर को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अब ज प्रदेश में 18 पाकिस्तानी कैदी है और वे जिले जेलों में हैं वहीं सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इति। -धीरेन्द्र जैन।