ढाई साल की अफगान लड़की का केरल के निजी अस्पताल में हुआ अस्थि मज्जा प्रतिरोपण
By भाषा | Published: April 17, 2021 05:54 PM2021-04-17T17:54:00+5:302021-04-17T17:54:00+5:30
(प्रतिरोपण की जगह प्रतिरोपण करते हुए)
कोझिकोड (केरल), 17 अप्रैल शहर के एक निजी अस्पताल में दुर्लभ अस्थि मज्जा प्रतिरोपण अफगानिस्तान की ढाई साल की लड़की के लिए जीवन की एक नयी आस लेकर आया।
एस्टर एमआईएमएस अस्पताल के अधिकारियों ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि केरल के किसी भी अस्पताल में यह पहला मौका है जब अस्थि मज्जा प्रतिरोपण सर्जरी कुलसुम जैसी इतनी छोटी लड़की पर सफलतापूर्वक की गयी है। हाल ही में जांच में पता चला था कि उसे जन्म से ही माइलॉयड ल्यूकेमिया (खून एवं अस्थ मज्जा के एक प्रकार का कैंसर) है।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि बच्ची की दुबई में चार चक्र की कीमोथेरेपी हुई और डॉक्टरों ने यथाशीघ्र उसका अस्थि मज्जा प्रतिरोपण कराने का सुझाव दिया।
उन्होंने बताया कि चूंकि यह मेडिकल सुविधा दुबई में नहीं थी, इसलिए कुलसूम का परिवार केरल आया और उसने यहां एस्टर एमआईएमएस में उपचार का अनुरोध किया।
उन्होंने बताया कि कुलसूम और उसके परिवार को इस उपचार से पूर्व कई कानूनी मुश्किलों से गुजरना पड़ा। उसका परिवार अफगानिस्तान से था लेकिन उसके दादा-दादी दशकों पहले व्यापारिक उद्देश्यों से पाकिस्तानी पासपोर्ट पर संयुक्त अरब अमीरात चले गये थे क्योंकि वे तब अपने देश के पासपोर्ट पर यात्रा नहीं कर सकते थे।
कुलसूम के पिता मोहम्मद का जन्म संयुक्त अरब अमीरात में हुआ और उनके पास भी पाकिस्तानी पासपोर्ट था।
उन्हें पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत में इलाज कराने के मार्ग में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। लेकिन अस्पताल समूह के अध्यक्ष डॉ. आजाद मूपेन ने एस्टर एमआईएमएस, उत्तरी केरल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सभी कानूनी मुश्किलों का निराकरण करने तथा कुलसूम के उपचार एवं उनकी भारत यात्रा का मार्ग प्रशस्त का निर्देश दिया।
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