पुरी सामूहिक बलात्कार मामले में बर्खास्त पुलिसकर्मी सहित दो आरोपी गिरफ्तार
By भाषा | Published: December 4, 2019 05:21 AM2019-12-04T05:21:12+5:302019-12-04T05:21:12+5:30
लड़की से सोमवार को पूर्व पुलिसकर्मी जितेंद्र सेठी सहित दो व्यक्तियों ने सामूहिक बलात्कार किया था। दोनों ने बलात्कार की इस घटना को उस पुलिस क्वार्टर में अंजाम दिया जो जितेंद्र की पत्नी के लिए आवंटित है।
पुरी शहर में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के चार आरोपियों में से दो को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि मामले को प्राथमिकता के आधार पर लिया गया है और आरोपपत्र 20 दिनों में दायर कर दिया जाएगा। विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग की जबकि सत्ताधारी बीजद ने अन्य दलों से ‘‘संवेदनशील’’ मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया।
पुलिस महानिदेशक सत्यजीत मोहंती ने कहा कि लड़की द्वारा कुंभारपाड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराने के कुछ ही घंटे के भीतर एक बर्खास्त कान्स्टेबल सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि फरार दो अन्य आरोपियों का पता लगाने के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। मोहंती ने कहा, ‘‘हम लड़की को न्याय दिलाएंगे। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो।’’ लड़की से सोमवार को पूर्व पुलिसकर्मी जितेंद्र सेठी सहित दो व्यक्तियों ने सामूहिक बलात्कार किया था।
दोनों ने बलात्कार की इस घटना को उस पुलिस क्वार्टर में अंजाम दिया जो जितेंद्र की पत्नी के लिए आवंटित है। जितेंद्र की पत्नी भी सिपाही है। डीजीपी ने कहा, ‘‘वह पुरी पुलिस का एक सिपाही हुआ करता था लेकिन उसे गत फरवरी में बर्खास्त कर दिया गया था।’’ मोहंती ने कहा कि बलात्कार पीड़िता ने दावा किया कि वह नाबालिग है और तदनुसार मामला भारतीय दंड संहिता के साथ ही पोक्सो कानून के तहत भी दर्ज किया गया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति की आयु का पता लगाने के लिए कई तरीके हैं।’’ इस बीच पुरी घटना के बाद पुरी भेजे गए डीआईजी (मध्य रेंज) आशीष सिंह ने कुंभारपाड़ा थाने में कहा, ‘‘हम त्वरित सुनवाई अदालत में घटना की सुनवाई किये जाने की मांग करेंगे।
आरोपपत्र 20 दिनों के भीतर दायर होगा क्योंकि मामले को प्राथमिकता के आधार पर लिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि लड़की का बयान मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दर्ज किया गया। डीआईजी ने कहा कि जितेंद्र सेठी के खिलाफ पूर्व में नौ मामले दर्ज किये गए हैं और उसे गत फरवरी में गलत आचरण के लिए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनमें से एक मामला उसकी पत्नी ने दहेज के लिए उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दायर कराया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिस पुलिस क्वार्टर में अपराध को अंजाम दिया गया वह बर्खास्त कान्स्टेबल की पत्नी को आवंटित है जो पुरी में कार्यरत है। सूत्रों ने कहा कि एक अन्य मामला जितेंद्र सेठी के खिलाफ सेवा से बर्खास्त होने के बावजूद पुलिस पहचानपत्र का इस्तेमाल करने के लिए दर्ज किया जाएगा।
पीड़िता ने घटना के दौरान एक आरोपी का पर्स निकाल लिया था और उसका पहचानपत्र उसके भीतर था। बाद में पाया गया कि कार्ड जितेंद्र सेठी का है। पीड़िता पुरी से करीब 30 किलोमीटर दूर निमपाड़ा बस स्टैंड पर खड़ी थी। वहां पर सेठी ने स्वयं को एक पुलिसकर्मी बताया तथा उसने और उसके मित्रों ने उसे लिफ्ट की पेशकश की। वे उसे पुरी नगर ले गए और उससे कथित रूप से बलात्कार किया। लड़की ने दावा किया कि उससे दो व्यक्तियों ने बलात्कार किया जबकि दो व्यक्ति बाहर से दरवाजा बंद करके चले गए थे। वह पुलिस क्वार्टर से भागने में सफल रही क्योंकि आरोपी नशे की हालत में थे। इस बीच भाजपा और कांग्रेस ने बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग की जिनके पास गृह मंत्रालय का भी प्रभार है।
ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रदीप्त कुमार नाइक (भाजपा) ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करता हूं। उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। एक नाबालिग लड़की से पुलिस क्वार्टर में बलात्कार हुआ है। राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से असफल रही है।’’ बीजद प्रवक्ता श्रीमोई मिश्रा ने कहा, ‘‘यह एक संवेदनशीन मुद्दा है। कृपया इसका राजनीतिकरण नहीं करें। जांच सही दिशा में जारी है। सरकार उचित कदम उठाएगी।’’