संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत आरएसएस के कई नेताओं के अकाउंट से ट्विटर ने ब्लू टिक हटाया
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 5, 2021 02:14 PM2021-06-05T14:14:12+5:302021-06-05T14:44:38+5:30
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हैंडल से वेरिफाइड ब्लू टिक या ब्लू बैज हटा दिया है। मोहन भागवत के ट्विटर पर 20.76 लाख फॉलोअर्स हैं।
नई दिल्लीः ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटा दिया था। अब ट्विटर ने अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हैंडल से वेरिफाइड ब्लू टिक या ब्लू बैज हटा दिया है। मोहन भागवत के ट्विटर पर 20.76 लाख फॉलोअर्स हैं।
संघ प्रमुख समेत आरएसएस के कई नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उनके सहयोगी सुरेश सोनी, अरुण कुमार, सुरेश जोशी, अनिरुद्ध देशपांडे और कृष्ण कुमार शामिल हैं। मोहन भागवत के अकाउंट से भी ब्लू टिक हटने के पीछे यही वजह हो सकती है। मोहन भागवत का ट्विटर अकाउंट मई 2019 में बना था, लेकिन अभी उनके ट्विटर पर एक भी ट्वीट नहीं दिखा रहा है।
आरएसएस नेता ने कहा कि कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। संघ नेता ने कहा कि अकाउंट निष्क्रिय थे, तो उन्हें हमें सूचित करना चाहिए था। ट्विटर के नियमों के अनुसार, यदि कोई खाता "निष्क्रिय" हो जाता है, तो टिक हटा दिया जाता है। ट्विटर की ओर से यही सफाई दी गई थी कि वेंकैया नायडू के ट्विटर हैंडल को पिछले छह महीने में लॉग इन नहीं किया गया था।
ट्विटर ने उपराष्ट्रपति के निजी अकाउंट के ब्लू टिक को बहाल किया
ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटाया और बाद में इसे बहाल कर दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अल्गोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है। उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी। अधिकारियों ने बताया कि अकाउंट से ब्लू टिक हटने के बारे में शनिवार सुबह पता चलने के बाद ट्विटर से संपर्क किया गया और इसके बाद ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया। ट्विटर ने कहा कि यह अकाउंट जुलाई 2020 से निष्क्रिय था और अब उसे सत्यापित करने वाले ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया है। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं।