विदेश में एक लाख भारतीयों की नौकरी पर संकट, 'लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार बनी मूकदर्शक'
By भाषा | Published: July 3, 2018 02:38 PM2018-07-03T14:38:22+5:302018-07-03T15:22:35+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन इस साल दूसरी बार एच 4 वीजा संबंधी अधिसूचना जारी नहीं कर पाया। यह अधिसूचना में एच 1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को एच4 वीजा के तहत मिली नौकरी करने की अनुमति को खत्म करने के प्रशासन के फैसले को अधसूचित किया जाना था।
नई दिल्ली, 03 जुलाईः कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि विदेश में एक लाख से अधिक भारतीयों की नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उसने यह भी दावा किया कि अमेरिका द्वारा भारतीयों के लिए विभिन्न श्रेणियों के वीजे पर अंकुश लगाने के बावजूद सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार गलतियां कर रही है और विदेश में एक लाख से ज्यादा नौकरियों पर संकट है। अमेरिका भारतीयों के लिए एच4, एच1-बी और एल1 वीजा पर अंकुश लगा रहा है और बीजेपी मूकदर्शक बनी हुई है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि 'गले लगाने की कूटनीति (हगप्लोमेसी) बयानबाजी' और प्रचार के बावजूद मोदी सरकार ने सिवाय चुप रहने के अलावा और कुछ काम नहीं किया है।
आपको बता दे, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन इस साल दूसरी बार एच 4 वीजा संबंधी अधिसूचना जारी नहीं कर पाया। यह अधिसूचना में एच 1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को एच4 वीजा के तहत मिली नौकरी करने की अनुमति को खत्म करने के प्रशासन के फैसले को अधसूचित किया जाना था।
गृह सुरक्षा मंत्रालय ने मार्च में एक अमेरिकी अदालत को सूचित किया था कि वह इस साल जून में एक नोटिस ऑफ प्रपोज्ड रूल मेकिंग (एनपीआरएम) जारी करने पर काम कर रहा है। जून के अंत में मंत्रालय ने एनपीआरएम जारी नहीं करने को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। इस नोटिस के जारी होने पर ओबामा शासन काल के फैसले को औपचारिक तौर पर पलटा जा सकता है जिसमें एच 1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथियों को नौकरी करने की अनुमति दी गई थी।
मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि फिलहाल मेरे पास इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। साथ ही अधिकारी ने कहा कि वह अटकल भी नहीं लगा सकते हैं कि इस संबंध में फैसला ले लिया गया है। मंत्रालय फरवरी में भी नोटिस जारी करने से चूक गया था।