TOP NEWS- अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- अब बहुत हो चुका, चिदंबरम तिहाड़ जेल से अरेस्ट
By भाषा | Published: October 16, 2019 03:42 PM2019-10-16T15:42:27+5:302019-10-16T15:42:27+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हालत के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के दौर को जिम्मेदार ठहाराया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह और राजन का कार्यकाल सरकारी बैंकों के लिए "सबसे बुरा दौर" था।
बुधवार को दोपहर दो बजे तक ‘भाषा’ की विभिन्न फाइलों से जारी मुख्य समाचार इस प्रकार है :
आईएनएक्स मीडिया धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को तिहाड़ जेल में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि वह अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद संबंधी राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले में प्रतिदिन हो रही सुनवाई को बुधवार शाम को पूरी कर देगा। साथ ही न्यायालय ने कहा, ‘‘अब बहुत हो चुका।’’
उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को जम्मू कश्मीर प्रशासन से सवाल किया कि मलेशिया में बसे प्रवासी भारतीय कारोबारी की हिरासत को चुनौती देने वाली उसकी पत्नी की याचिका पर उसने अभी तक जवाब दाखिल क्यों नहीं किया? अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधान रद्द किये जाने के बाद से यह कारोबारी हिरासत में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के मूल्य राष्ट्र-निर्माण का आधार हैं।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के उत्तरी सीरिया में सैन्य हमले को रोकने का तुर्की पर दबाव बनाने के लिए अंकारा रवाना होने की तैयारियों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने तुर्की के खिलाफ ‘‘बहुत सख्त’’ रुख अपनाया है और उस पर कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हालत के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के दौर को जिम्मेदार ठहाराया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह और राजन का कार्यकाल सरकारी बैंकों के लिए "सबसे बुरा दौर" था।
राजस्व के मोर्चे पर आशावादी रुख के बावजूद भारत के लिए राजकोषीय घाटे को काबू में रखना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने यह बात कही।
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने विश्व कप जैसे टूर्नामेंटों में नाकआउट चरण में फैसला बाउंड्री की गिनती के आधार पर करने के नियम को खत्म करने के आईसीसी के फैसले का स्वागत किया है।