सुशांत सिंह राजपूत केस की मीडिया कवरेज से नाराज 34 फिल्म निर्माता पहुंचे हाईकोर्ट
By गुणातीत ओझा | Published: October 12, 2020 05:30 PM2020-10-12T17:30:28+5:302020-10-12T19:27:39+5:30
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में कुछ मीडिया चैनलों की कवरेज से नाराज फिल्म निर्माता दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गए हैं।
नई दिल्ली। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में कुछ मीडिया चैनलों की कवरेज से नाराज फिल्म निर्माता दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। चार बॉलीवुड एसोसिएशन व 34 फिल्म निर्माताओं ने हाल ही में मीडिया चैनलों द्वारा बॉलीवुड को लेकर चलाए गए अभियान के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में बॉलीवुड के खिलाफ गैर जिम्मेदाराना, और अपमानजनक टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए इसे रोकने के लिए याचिका दायर की गई है। याचिका में बॉलीवुड हस्तियों का मीडिया ट्रायल रोकने के लिए भी मांग की गई है।
बॉलीवुड के प्रमुख निर्माताओं ने सोमवार को रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाउ के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रूख किया। निर्माताओं ने न्यायालय से फिल्म उद्योग के खिलाफ कथित तौर पर ‘‘गैर जिम्मेदाराना और अपमानजनक टिप्पणियां’’ करने या प्रकाशित करने से रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाउ को रोकने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर उनके सदस्यों का ‘मीडिया ट्रायल’ रोकने का भी आग्रह किया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक करण जौहर, यशराज, आमिर खान, शाहरुख खान और सलमान खान की प्रोडक्शन कंपनियां, चार फिल्म इंडस्ट्री एसोसिएशन और 34 निर्माताओं द्वारा यह याचिका दाखिल की गई है। यह मुकदमा रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी व प्रदीप भंडारी, टाइम्स नाउ और इसके शीर्ष चेहरे राहुल शिवशंकर और नविका कुमार के खिलाफ दायर किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि चैनलों और साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को "बॉलीवुड और इसके सदस्यों के खिलाफ गैर-जिम्मेदार, अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणी करने या प्रकाशित करने से बचना चाहिए।" उन्हें फिल्म हस्तियों का मीडिया ट्रायल चलाने और इंडस्ट्री के लोगों की गोपनीयता को भंग नहीं करना चाहिए।
चार फिल्म इंडस्ट्री एसोसिएशनों और 34 निर्माताओं द्वारा दायर वाद में उद्योग से जुड़े व्यक्तियों की गोपनीयता के अधिकार में हस्तक्षेप करने से उन्हें रोके जाने का भी अनुरोध किया गया है। इसमें रिपब्लिक टीवी, उसके प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी और पत्रकार प्रदीप भंडारी, टाइम्स नाउ, उसके प्रधान संपादक राहुल शिवशंकर और समूह संपादक नविका कुमार और अज्ञात प्रतिवादियों के साथ-साथ सोशल मीडिया मंचों को बॉलीवुड के खिलाफ कथित तौर पर गैर जिम्मेदाराना और अपमानजनक टिप्पणियां करने या प्रकाशित करने से बचने संबंधी निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
डीएसके कानूनी फर्म के जरिये दायर वाद में कहा गया है, ‘‘ये चैनल बॉलीवुड के लिए अत्यधिक अपमानजनक शब्दों और उक्ति जैसे ‘गंदा’, ‘‘मैला’ ‘ड्रगी’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये चैनल ‘यह बॉलीवुड है जहां गंदगी को साफ करने की जरूरत है’, ‘अरब के सभी इत्र बॉलीवुड की बदबू को दूर नहीं कर सकते हैं’, ‘यह देश का सबसे गंदा उद्योग है’ आदि उक्तियों का इस्तेमाल कर रहे है।’’