Top News: PM ने लिखा आमजन को पत्र, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा, देश में 1.68 लाख लोगों को हो चुका कोरोना
By रामदीप मिश्रा | Published: May 30, 2020 06:57 AM2020-05-30T06:57:02+5:302020-05-30T06:57:02+5:30
भारत में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड संख्या में लगभग 7,500 नए मामले सामने आने के साथ ही इस महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 1.68 लाख तक पहुंच गई। मृतकों का आंकड़ा 4,700 के आंकड़े को पार कर गया। ठीक होने वालों की संख्या में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है तथा अब तक 81 हजार से अधिक लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर आमजन को एक लिखा पत्र है, जिसमें उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने पिछले वर्ष में ऐतिहासिक निर्णय लिए और तेजी से प्रगति की, लेकिन प्रवासी श्रमिकों, मजदूरों और अन्य लोगों ने कोरोना वायरस संकट के दौरान "जबरदस्त पीड़ा" झेली है। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि भारत आर्थिक पुनरुत्थान में एक मिसाल कायम करेगा और दुनिया को आश्चर्यचकित कर देगा जैसे उसने महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में किया है। उन्होंने कहा कि इस संकट में यह दावा नहीं किया जा सकता है कि किसी को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। हमारे मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों, कारीगरों और शिल्पकारों, फेरीवालों भारी पीड़ा हुई है।
बीजेपी करेगी 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का 1 वर्ष पूरा आज शनिवार को हो रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष फेसबुक के माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पिछले एक साल की उपलब्धियों को गिनाएंगे। यह प्रेस कॉन्फेंस दोपहर 12 बजे की जाएगी।
देश में कोरोना मरीजों की संख्या संख्या बढ़कर 1.68 लाख तक पहुंची
भारत में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड संख्या में लगभग 7,500 नए मामले सामने आने के साथ ही इस महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 1.68 लाख तक पहुंच गई। मृतकों का आंकड़ा 4,700 के आंकड़े को पार कर गया। ठीक होने वालों की संख्या में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है तथा अब तक 81 हजार से अधिक लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। घातक वायरस के संक्रमण की चपेट में आने वालों में पुलिस से लेकर कैदियों तक, कैबिन क्रू से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों तक और प्रवासी मजदूरों से लेकर एक मंत्री तक, हर तबके के लोग शामिल हैं। जान गंवानेवालों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) के 58 वर्षीय एक कर्मी भी शामिल हैं जो कोलकाता में युद्धपोत भवन में तैनात थे। उनके अलावा खाड़ी देश से केरल लौटे 65 वर्षीय एक बुजुर्ग भी जान गंवाने वालों में शामिल हैं। अच्छा संकेत यह है कि कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने घोषणा की कि कोविड-19 के मरीज बड़ी संख्या में ठीक हो रहे हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल रही है। इससे पूरे देश में ठीक होने वालों की संख्या 81,700 से अधिक हो गई है।
दिल्ली में बारिश से तापमान कम हुआ; गर्मी से कुछ राहत मिली
राजधानी में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे पारा सामान्य से कई डिग्री नीचे गिर गया। बारिश होने से लोगों को प्रचंड गर्मी से कुछ राहत मिली। शहर में तेज हवाएं चलीं और कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हुई। अधिकारियों ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला ने 3.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। पालम वेधशाला ने 3.1 मिमी वर्षा और अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। आईएमडी ने कहा कि लोधी रोड और आया नगर में मौसम केंद्रों ने क्रमशः 35.3 डिग्री और 36.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि निचले स्तर पर ताजा पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाएं चलने के कारण मौसम में बदलाव हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और धूल भरी आंधी आने का अनुमान है।
राजस्थान में 31 मई के बाद भी जारी रहेगा रात्रिकालीन कर्फ्यू
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को कम से कम करने के लिए 31 मई के बाद भी प्रदेशभर में रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी रखा जाए और इसमें किसी तरह की शिथिलता नहीं हो। उन्होंने कहा कि निरूद्ध क्षेत्र का पुनःनिर्धारण सक्रिय संक्रमित मामलों की संख्या के अनुसार किया जाए, ताकि केवल संक्रमित क्षेत्र में ही कफ्र्यू जारी रखा जाए। गहलोत शुक्रवार को अपने निवास पर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्थान महामारी अध्यादेश के तहत लागू जुर्माने के प्रावधानों में किसी तरह की शिथिलता नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि यह लोगों के जीवन की रक्षा एवं जनस्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।