बिहार में दागी मंत्रियों का परिचय कराने के लिए भाजपा ने लिया अमिताभ बच्चन की फिल्म 'इंकलाब' का सहारा
By एस पी सिन्हा | Published: August 19, 2022 06:19 PM2022-08-19T18:19:42+5:302022-08-19T18:24:26+5:30
बिहार की भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दागी नेताओं के मसले पर घेरने के लिए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म 'इंकलाब' का सहारा लिया है।
पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद से विपक्षी भारतीय जनता पार्टी लगातार नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार पर निशाना साध रही है। भाजपा दागी मंत्रियों को निशाना बनाते हुए हमले शुरू कर दिये हैं। भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने राजद के साथ बनाई नई सरकार में आपराधिक प्रवृत्ति के नेताओं को मंत्री बनाया है।
बिहार की भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दागी नेताओं के मसले पर घेरने के लिए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म 'इंकलाब' का सहारा लिया है। बिहार भाजपा ने अमिताभ की मूवी के एक सीन ट्वीट करके कहा कि यह है, जिसमें अमिताभ बच्चन दागी मंत्रियों का परिचय करा रहे हैं।
बिहार मंत्रिमंडल का सरल शब्दों में संक्षिप्त परिचय।
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) August 19, 2022
घबराने की बात नहीं है, इस सरकार ने अपनी-अपनी विधा में विशारद लोगों को उनकी योग्यतानुसार ही मंत्रीपद की जिम्मेदारी दी है। pic.twitter.com/Zh8ICLhiPh
इस वीडियो में अमिताभ बच्चन दागी मंत्रियों का अपराध और उन्हें दिया विभाग, दोनों का जिक्र कर रहे हैं। दो मिनट 18 सेकेंड का यह वीडियो अमिताभ बच्चन की फिल्म 'इंकलाब' का है। एक-एक करके वह हर विभाग का नाम और मंत्रियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जानकारी दे रहे हैं। यह सीन फिल्म 'इंकलाब' के आखिर में दिखाया गया था।
अब भाजपा ने अमिताभ बच्चन की मूवी का सहारा लेते हुए नीतीश कुमार पर सवाल खड़ा किया है कि कैसे उन्होंने अपनी कैबिनेट में अपराधी छवि वाले नेताओं को जगह दी है। इसके साथ ही बिहार भाजपा ने लिखा है कि घबराने की बात नहीं है, इस सरकार ने अपनी-अपनी विधा में विशारद लोगों को उनकी योग्यतानुसार ही मंत्रीपद की जिम्मेदारी दी है।
उधर, नीतीश की भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री रहे गोपालगंज से भाजपा के वरिष्ठ नेता जनक राम ने कहा है कि राजद भले ही यह दावा करें कि आज उनकी पार्टी बिहार के विकास के लिए बात करती है। लेकिन कल जिस प्रकार से तेज प्रताप अपने जीजा के साथ नजर आए, उसके बाद ऐसा महसूस होने लगा है कि बिहार में एक बार फिर से जीजा साले के दौर की वापसी शुरू हो गई है।
गोपालगंज से भाजपा सांसद रहे जनक राम का हमला यहीं पर नहीं रूका, उन्होंने नीतीश सरकार से पूछा है कि क्या सरकार की बैठक में बाहरी लोगों की भी इंट्री की छूट दे दी गई है? क्या नीतीश कुमार जी को यह नजर नहीं आ रहा है? हमारी मांग है कि बिहार के मुख्यमंत्री वाकई प्रदेश की भलाई के बारे में सोचते हैं तो वह लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप से पूछें कि आखिर किस हैसियत से उन्होंने अपने जीजा को आधिकारिक मीटिंग में बैठाया?