बंगाल में काम कर रहा है अमित शाह का मैनेजमेंट, टीएमसी को लगा बड़ा झटका
By विकास कुमार | Published: January 9, 2019 04:13 PM2019-01-09T16:13:11+5:302019-01-09T17:07:16+5:30
मुस्लिम चेहरा होने के कारण सौमित्र खान के आने से भारतीय जनता पार्टी को राज्य में मजबूती मिली है. हाल ही में आये कई सर्वे में ये बात सामने आई है कि बंगाल में भाजपा की राजनीतिक स्थिति इस बार सुधर सकती है और पार्टी को 10-15 सीटें मिल सकती है.
लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को झटका लगा है. पार्टी के सांसद सौमित्र खान दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. अमित शाह ने बंगाल में हाल के दिनों में अपनी सक्रियता बढ़ाई है, जिसका असर टीएमसी को इस झटके के रूप में मिला है. सौमित्र खान जब बीजेपी की सदस्यता ले रहे थे उस दौरान मुकुल रॉय भी मौजूद थे.
लोकसभा चुनाव से पहले अमित शाह बंगाल में पार्टी के जनाधार को बढ़ाना चाहते हैं. रथ यात्रा को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को लेकर बीजेपी ने नाराजगी जताई थी. ममता बनर्जी ने भी आरोप लगाया था कि भाजपा उनके राज्य में दंगा कराना चाहती है ताकि चुनाव से पहले वोटों का ध्रुवीकरण किया जा सके.
मुस्लिम चेहरा होने के कारण सौमित्र खान के आने से भारतीय जनता पार्टी को राज्य में मजबूती मिली है. हाल ही में आये कई सर्वे में ये बात सामने आई है कि बंगाल में भाजपा की राजनीतिक स्थिति इस बार सुधर सकती है और पार्टी को 10-15 सीटें मिल सकती है.
TMC Lok Sabha MP Soumitra Khan joins Bharatiya Janata Party (BJP) in Delhi. Union Minister Dharmendra Pradhan and West Bengal BJP leader Mukul Roy also present. pic.twitter.com/IDsBgB6IhF
— ANI (@ANI) January 9, 2019
अमित शाह ने राज्य में 23 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वे लगातार कोशिशें कर रहे हैं. ममता बनर्जी को पार्टी लगातार निशाने पर ले रही है.
मुकुल रॉय भी भाजपा में शामिल होने से पहले टीएमसी का हिस्सा थे और पार्टी के एक मजबूत नेता थे. सौमित्र खान को भाजपा में लाने के पीछे उनका ही दिमाग बताया जा रहा है.