तिवा स्वायत्तशासी परिषदः असम में कांग्रेस को झटका, भाजपा ने 36 में से 33 सीटों पर किया कब्जा, कांग्रेस को मात्र एक
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 19, 2020 09:35 PM2020-12-19T21:35:26+5:302020-12-19T21:37:45+5:30
तिवा स्वायत्तशासी परिषदः चुनाव में कुल 124 उम्मीदवार मैदान में हैं और कुल 3,08,409 मतदाता हैं। ये 36 निर्वाचन क्षेत्र मोरीगांव, नगांव, होजाई और कामरूप जिलों में हैं।
गुवाहाटीः असम में भाजपा ने कांग्रेस को फिर झटका दिया है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गोवा के बाद भाजपा ने तिवा स्वायत्तशासी परिषद पर कब्जा कर लिया।
असम की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तिवा स्वायत्तशासी परिषद की 36 सीटों में से 33 सीटों पर जीत दर्ज की है। 2 सीटों पर बीजेपी की सहयोगी असम गण परिषद ने जीत दर्ज की है जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने तिवा स्वायत्तशासी परिषद की 36 सीटों में से 33 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद दो सीट पर जीत दर्ज की।मतगणना को लेकर असम राज्य निर्वाचन आयोग (एएसईसी) की ओर से अद्यतन की गई जानकारी के अनुसार भाजपा ने जिन सीटों पर जीत दर्ज की है उनमें से अधिकतर सीटों पर उसने कांग्रेस को हराया है।
गोभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मनिराम पातर निर्विरोध जीत गए
एएसईसी ने कहा कि गोभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मनिराम पातर निर्विरोध जीत गए हैं। भाजपा के उम्मीदवार कई अन्य सीटों पर आगे चल रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार नौगांव, मोरीगांव, कामरूप और होजाई जिलों में फैली परिषद के किसी भी सीट पर कांग्रेस बढ़त नहीं बनाये हुए है।
36 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 124 उम्मीदवार मैदान में थे जिसके लिए मतदान 17 दिसंबर को हुआ था। कुल 3,08,409 मतदाताओं में से 71 प्रतिशत से अधिक मतदातओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हाल में सम्पन्न बोडोलैंड प्रांतीय परिषद के चुनाव में भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले वर्ष होने वाले हैं।
नौगांव, मोरीगांव, होजाई और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिलों में फैली परिषद के 36 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान 17 दिसंबर को हुआ था। एएसईसी ने अपनी बुलेटिन में कहा कि जीत दर्ज करने वाले भाजपा उम्मीदवारों में सरुज कुंवर (टोपकुची), गीतामोनी कलिता भुइयां (जरबारी), मोहन सेनापति (चहारी), इंद्र बोरदोलोई (नम्बोर-लालुंग) और मदन बोरदोलोई (लालुंगपर) शामिल हैं। एएसईसी ने कहा कि गोभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मनिराम पातर निर्विरोध जीत गए हैं।
असम कांग्रेस ने विधायक अंजता नियोग को पार्टी के महत्वपूर्ण पद से हटाया, भाजपा में हो सकती हैं शामिल
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपनी विधायक अंजता नियोग को पार्टी संगठन के एक महत्वपूर्ण पद से हटा दिया है। नियोग ने दो दिन पहले मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक हिमंत बिस्व सरमा से मुलाकात की थी। यह कदम उन अटकलों के बीच उठाया गया है कि गोलाघाट से चार बार की विधायक और राज्य की पूर्व मंत्री भाजपा में शामिल हो सकती हैं।
पार्टी की राज्य इकाई द्वारा शुक्रवार की रात जारी एक आदेश के अनुसार नियोग को गोलाघाट की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। दो लाइन के आदेश में उन्हें पद से हटाये जाने का कोई कारण बताये बिना कहा गया है, ‘‘इस फैसले को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अनुमोदन प्राप्त है।’’ जब असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) रंजन बोरा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘‘पिछले कुछ दिनों से पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए’’ विधायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
मौजूदा 126 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 60 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है जबकि उसके सहयोगियों असम गण परिषद (एजीपी) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के क्रमश: 14 और 12 विधायक हैं। राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन को एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन हासिल है। कांग्रेस के इस समय 22 विधायक हैं जबकि ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के 14 विधायक हैं।