मध्य प्रदेश में तीन प्रकार के अधिकारी, इनमें से एक को काम रोकने में मजा आता है : चौहान

By भाषा | Published: October 13, 2021 10:05 PM2021-10-13T22:05:55+5:302021-10-13T22:05:55+5:30

Three types of officers in Madhya Pradesh, one of them enjoys stopping work: Chouhan | मध्य प्रदेश में तीन प्रकार के अधिकारी, इनमें से एक को काम रोकने में मजा आता है : चौहान

मध्य प्रदेश में तीन प्रकार के अधिकारी, इनमें से एक को काम रोकने में मजा आता है : चौहान

भोपाल, 13 अक्टूबर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि तीन प्रकार के अधिकारी होते हैं, जिनमें से एक वे अधिकारी होते हैं जिन्हें काम रोकने में मजा आता है और नियम कानून का हवाला देकर काम को ऐसे अटकाते हैं कि काम निकलवाने में ही लोगों को पसीना आ जाता है।

चौहान ने यह बात संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा मध्य प्रदेश के चयनित 38 विद्यार्थियों के सम्मान में भोपाल में आयोजित कार्यक्रम "सफलता के मंत्र" में कही।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मुख्यमंत्री बने 15 साल हो गये। मैं अफसरों को जानता हूं कि कौन कैसा होता है। तीन तरह के होते हैं। एक वो होते हैं जो रूटीन का काम करते रहते हैं कि कौन ज्यादा चक्कर में पडे़। जितना (काम) आ जाए, कर करा लो।’’

चौहान ने कहा, ‘‘दूसरे वो होते हैं जिन्हें काम रोकने में मजा आता है। होने नहीं देना। नियम कानून का हवाला देकर ऐसे (काम) अटकाते हैं कि (काम) निकलवाने में ही लोगों को पसीना आ जाता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘और तीसरे ऐसे होते हैं जो समस्या होने या नियम प्रक्रिया न होने पर भी उसमें से भी रास्ता निकालकर वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फैसले देते हैं। हम हैं तो करने से लिए हैं।’’

चौहान ने कहा कि एक जिलाधिकारी अगर चाहे तो पूरे जिले को बदल कर रख सकते हैं। कई अधिकारियों ने विकास एवं लोगों का भला कर इतिहास रचा है।

उन्होंने कहा कि नियम से रास्ते निकालकर लोगों का भला किया जा सकता है।

यूपीएससी में चयनिक विद्यार्थियों से चौहान ने कहा, ‘‘सिविल सर्विसेज धन कमाने का नहीं, प्रदेश और देश बनाने का करियर है। इसमें आपको लोगों की जिंदगी बदलने का अवसर मिलता है। हमें समस्या का समाधान निकालने के लिए काम करना चाहिए। जहां चाह है, वहां राह है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विकास के लिए ललक ऐसी कि कई अधिकारियों ने प्रतिमान स्थापित किए हैं। उन्हें अब लोग देवता की तरह पूजते हैं। एक नहीं, अनेक अफसर ऐसे हुए, जिन्होंने लोगों की जिंदगी बदलने का काम किया। मेरे बच्चों, तुम भी ऐसे ही काम करना, जिससे गरीबों की जिंदगी बदले और प्रदेश का नवनिर्माण हो।’’

चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश से प्रतिवर्ष औसत रूप से 15 से 20 विद्यार्थी यूपीएससी की परीक्षा में चुने जाते हैं। प्रदेश में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में 38 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। यह प्रदेश के लिए गौरव पूर्ण उपलब्धि है। चयनित विद्यार्थियों का सम्मान होने से अन्य विद्यार्थी भी इस तरह की सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा ग्रहण करेंगे।

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Web Title: Three types of officers in Madhya Pradesh, one of them enjoys stopping work: Chouhan

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