जम्मू-कश्मीर: सुरक्षाबलों ने IPS के भाई समेत तीन आतंकियों को किया ढेर, बाकियों की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन जारी
By सुरेश डुग्गर | Published: January 22, 2019 06:14 PM2019-01-22T18:14:01+5:302019-01-22T18:14:01+5:30
शोपियां में आज सुबह सेना की 44 आरआर, पैरा कमांडो और एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने शिरमाल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में मुठभेड़ सुबह आठ बजे शुरु हुई थी।
सुरक्षाबलों ने दो दिनों में 6 आतंकियों का सफाया कर दिया है। मंगलवार को भी उन्होंने दक्षिण कश्मीर के हेफ शिरमाल शोपियां में एक आईपीएस के आतंकी भाई को उसके दो अन्य साथियों को मार गिराया। इस दौरान एक सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हो गया। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने मारे गए आतंकियों के अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए अपना अभियान जारी रखा हुआ। मुठभेड़स्थल पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई में नौ लोग जख्मी हो गए इनमें 4 पत्रकार भी शामिल हैं।
शोपियां में आज सुबह सेना की 44 आरआर, पैरा कमांडो और एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने शिरमाल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में मुठभेड़ सुबह आठ बजे शुरु हुई थी।
करीब दो घंटे तक चली इस मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना भी तबाह हो गया और तीन आतंकी मारे गए। इस दौरान एक जवान भी जख्मी हुआ। संबधित सूत्रों की मानें दो आतंकी वहां से भागने में कामयाब रहे हैं। उन्हें पकड़ने सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है।
मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान शमस उल हक मेंगनु पुत्र मोहम्मद रफीक मेंगनू के रुप में हुई है। वह निकटवर्ती द्रगड़ गांव का रहने वाला था। शमस का बड़ा भाई बैच 2012 का आईपीएस अधिकारी है और इन दिनों पूर्वाेत्तर भारत में कहीं तैनात है।
आतंकी बनने से पहले शमस उल हक श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र जकूरा में स्थित एक सरकारी संस्थान में बैचलर्स ऑफ यूनानी मेडिसन एंड सर्जरी की पढ़ाई कर रहा था। वह 22 मई 2018 को कश्मीर विश्वविद्यालय परिसर से गायब हुआ था और कुछ ही दिनों बाद सोशल मीडिया पर उसकी फोटो वायरल होने के साथ उसके आतंकी बनने की पुष्टि हुई थी। आतंकी संगठन ने उसका नाम बुरहान सानी रखा था। उसके साथ मारे गए अन्य दो आतंकियों की तत्काल पहचान नहीं हो पाई है।
इस बीच, मुठभेड़स्थल पर पत्थरबाजों पर की गई कार्रवाई में नौ लोग जख्मी हुए जिनमें चार स्थानीय पत्रकार भी शामिल हैं जो मुठभेड़ की कवरेज के लिए गए थे।