सबरीमला मुद्दे को लेकर केरल विधानसभा में शोरगुल, UDF के तीन विधायकों ने शुरू किया ‘सत्याग्रह’
By भाषा | Published: December 3, 2018 03:00 PM2018-12-03T15:00:33+5:302018-12-03T15:00:33+5:30
पिछले दिनों के विपरीत सदन में माकपा की अगुवाई वाली एलडीएफ के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गये और विपक्ष के सदस्यों के साथ उनकी जुबानी जंग शुरू हो गई जिस पर अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को चेतावनी दी।
सबरीमला मंदिर मुद्दे को लेकर सोमवार को केरल विधानसभा में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के बीच तीखी नोंक-झोंक हो गई जिसके कारण सदन की कार्यवाही चौथे दिन भी बाधित हुई। यूडीएफ के तीन विधायकों ने सबरीमला मंदिर मुद्दे को लेकर सदन के प्रवेश द्वार पर अनिश्चितकालीन ‘सत्याग्रह’ भी शुरू कर दिया।
बैठक के दौरान नोंकझोंक लगातार जारी रहने के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्ष यूडीएफ के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके कारण विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
पिछले दिनों के विपरीत सदन में माकपा की अगुवाई वाली एलडीएफ के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गये और विपक्ष के सदस्यों के साथ उनकी जुबानी जंग शुरू हो गई जिस पर अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को चेतावनी दी।
प्रश्नकाल शुरू होते ही चेन्नीतला ने विधानसभा अध्यक्ष को सूचित किया कि विपक्ष सदन की कार्रवाई चलाने में सहयोग करने के लिए तैयार है।
उन्होंने बताया कि तीन विधायक वी एस शिवकुमार (कांग्रेस), पराक्कल अब्दुल्ला (आईयूएमएल) और एन जयराज (केसी एम) ने सबरीमला में सरकार द्वारा निषेधाज्ञा वापस नहीं लिये जाने के कारण विधानसभा के द्वार पर ‘सत्याग्रह’ शुरू किया है। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह पर बैठे विधायक तीर्थयात्रियों के लिए और सुविधाओं की भी मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सचिवालय के सामने प्रदर्शन कर रही है जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ के विधायक विधानसभा में ‘सत्याग्रह’ कर रहे हैं।