Weather Update: भारत में बदला मौसम का मिजाज, इन राज्यों में होगी भारी बारिश , IMD का बयान आया सामने
By वैशाली कुमारी | Published: June 12, 2021 11:29 AM2021-06-12T11:29:39+5:302021-06-12T11:29:39+5:30
आईएमडी ने कहा कि शुक्रवार से जारी पूर्वी भारत और इससे सटे मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे के दिनों में भारी बारिश देखी जाएगी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को अगले 1-2 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने पहले ही पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बादल गरजने और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया था। इसके साथ ही ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया था। यह अलर्ट बंगाल की खाड़ी से सटे एक चक्रवाती तूफान बनने पर जारी किया गया था।
आईएमडी ने कहा कि शुक्रवार से जारी पूर्वी भारत और इससे सटे मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे के दिनों में भारी बारिश देखी जाएगी। वाइडस्प्रेड रेनफाल एक्टिविटी के साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उसके आस-पास के क्षेत्र में अन्डरलाइंग निम्न दबाव का क्षेत्र 11 जून के आसपास बन रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि एक चक्रवाती सर्कुलेशन पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर मिड ट्रॉपोस्फेरिक स्तर बन रहा है।
IMD ने इन राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है -
1. उत्तर प्रदेश: अगले 2 घंटों के दौरान कासगंज, बिजनौर, देवबंद, नाजियाबाबाद, रुड़की, शरणपुर, चांदपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, चंदौसी, बिलारी, अतरौली और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होगी।
2. ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में भारी वर्षा देखी जा सकती है।
3. बिहार और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अन्य हिस्सों के साथ-साथ अगले 4-5 दिनों में कहीं-कहीं भारी गिरावट के साथ व्यापक रूप से भारी बारिश होने का अनुमान है। 11-14 जून के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में काफी व्यापक वर्षा होगी।
4. केरल में 11-15 जून के दौरान छिटपुट बारिश होने की संभावना है, जबकि इसी समय में कोंकण और गोवा में अत्यधिक भारी वर्षा होने सकती है। महाराष्ट्र के तटीय और आसपास के घाट जिलों और तटीय कर्नाटक में भी इस दौरान भारी वर्षा होने की संभावना है।
बारिश अलर्ट जारी करते हुए आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां गुजरात, मध्य प्रदेश, शेष हिस्सों छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रमुख हो जाएंगी।