महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार को लग सकता है ग्रहण, सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, 'अभी तक तय नहीं हुए हैं नाम'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 8, 2022 09:16 PM2022-08-08T21:16:02+5:302022-08-08T21:21:43+5:30
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कैबिनेट विस्तार पर कहा कि विधायकों के नामों पर मंथन किया जा रहा है, अंतिम रूप देने का प्रयास हो रहा है लेकिन फाइनल लिस्ट अभी तक नहीं बन पायी है।
औरंगाबाद: महाराष्ट्र में बीते दो महीने से चल रहा सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। शिदे सरकार के कैबिनेट विस्तार पर उस समय ग्रहण की आशंका उठ गई, जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद सोमवार को कहा कि मंगलवार को जिन विधायकों को मंत्री बनना है, उनके नाम अभी तक तय नहीं हुए हैं।
सीएम शिंदे ने कहा कि विधायकों के नामों पर मंथन किया जा रहा है, अंतिम रूप देने का प्रयास हो रहा है लेकिन फाइनल लिस्ट अभी तक नहीं बन पायी है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने मराठवाड़ा के नांदेड़ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "सरकार में शामिल होने वाले मंत्रियों के नामों पर चर्चा चल रही है। इसे सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह तक अंतिम रूप दिया जाएगा।"
इसके साथ ही सीएम शिंदे ने यह भी कहा, "सभी लोगों को समय आने पर नये मंत्रियों के नामों की जानकारी हो जाएगी। अभी विधायकों के नाम की फाइनल लिस्ट नहीं बनी है। नामों आज रात या कल तक तय होंगे और उसके बाद सभी को बता दिया जाएगा।"
मालूम हो कि शिवसेना प्रमुख और महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत करते हुए एकनाथ शिंदे ने विधायकों के साथ पार्टी तोड़ दी थी और भाजपा के सहयोग से 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गये थे। शिंदे सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस बतौर डिप्टी सीएम शामिल हुए हैं।
महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार के बारे में सीएम शिंदे के एक सहयोगी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मंगलवार को राजभवन में सुबह 11 बजे करीब एक दर्जन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
मौजूदा महाराष्ट्र सरकार में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ भारतीय जनता पार्टी की ओर से शामिल हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस समेत कुल दो ही मंत्री हैं।
शिंदे गुट का कहना है कि राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र जल्द होना है, इसलिए शिंदे सरकार ने कैबिनेट विस्तार करते हुए 12 विधायकों को शामिल करने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में विधानसभा के अलावा विधान परिषद के सदस्य भी शामिल हो सकते हैं।"
खबरों के मुताबिक सीएम शिंदे को शिवसेना के उन विधायकों को संतुष्ट करना मुश्किल हो रहा है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के साथ हुई बगावत में उनका साथ दिया था। दरअसल सभी की इच्छा मंत्री बनने की है, लेकिन शिंदे द्वारा सभी की इच्छाओं को पूरा किया जाना संभव नहीं है।
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे शिवसेना की बगावत में साथ देने वाले भरत गोगावाले और शंभूराज देसाई को मंत्री बना सकते हैं। वहीं भाजपा की संभावित लिस्ट में प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, राधाकृष्ण विखे पाटिल, सुरेश खाड़े और अतुल सावे के नाम होने की चर्चा चल रही है।
मंत्रिमंडल विस्तार में चल रही अटकलबाजी के बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने सीएम शिंदे पर व्यंग्य करते हुए कहा, "शिंदे ने अपने साथ बगावत करने वाले सभी शिवसेना विधायकों को मंत्री बनाने का वादा किया था। लेकिन चूंकि वो ऐसा नहीं कर सकते। इसलिए कभी दिल्ली तो कभी नांदेड़ भागे-भागे फिर रहे हैं।"
इसके साथ ही पवार ने कहा कि वो विपक्ष के नेता हैं, लेकिन उन्हें मंगलवार को शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सरकार की ओर से कोई आमंत्रण नहीं मिला है। इसका मतलब साफ है कि शिंदे अपने ही जाल में फंसे हुए हैं और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है।