अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी से विघटनकारियों को मौका नहीं मिलना चाहिए: जनरल रावत
By भाषा | Published: April 15, 2021 09:56 PM2021-04-15T21:56:46+5:302021-04-15T21:56:46+5:30
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बृहस्पतिवार को कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद ऐसा खालीपन नहीं बनना चाहिए कि विघटनकारियों को वहां पहुंचने का मौका मिल जाए। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है।
जनरल रावत ने रायसीना संवाद में कहा कि अफगानिस्तान के विकास में भारत जो भी मदद दे सकता है और वहां शांति बहाल करने में जो कर सकता है, ऐसा करने में उसे खुशी होगी।
उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका की राय है कि उसके सैनिकों तथा नाटो सहयोगियों के बलों की वापसी से अफगानिस्तान में शांति आएगी तो भारत ऐसी स्थिति उभरते हुए देखकर खुश होगा।
जनरल रावत ने डिजिटल सम्मेलन में कहा, ‘‘लेकिन हमारी चिंता है कि जो निर्वात बनेगा उसमें विघटनकारियों के घुसने की जगह नहीं होनी चाहिए और इस तरह अफगानिस्तान में हिंसा जारी नहीं रहनी चाहिए।’’
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि विघटनकारियों से उनका आशय किससे है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को घोषणा की कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया 11 सितंबर तक पूरी होगी।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कल रात ट्वीट किया था कि उन्होंने बाइडन से बात की और उनका देश अमेरिका के फैसले का सम्मान करता है।
जनरल रावत ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद कई देश मौके का फायदा उठाने के लिए अफगानिस्तान में घुसना चाह रहे हैं। हालांकि उन्होंने देशों का नाम नहीं लिया।
अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की प्रक्रिया में भारत बड़ा साझेदार है।
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