महाकाल मंदिर में रात 2 बजे मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालु उमडे़, 44 घंटे खुला रहेगा मंदिर
By बृजेश परमार | Published: February 18, 2023 09:51 PM2023-02-18T21:51:59+5:302023-02-18T21:53:48+5:30
महाशिवरात्रि पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से होकर नए द्वार मान सरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके बाद श्रद्धालुओं को बडे गणेश की और 03 गेट से बाहर निकाला जा रहा है।
उज्जैन: महाशिवरात्रि पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार –शनिवार रात 2 बजे से मंदिर के गर्भगृह के पट खुलते ही दर्शन के लिए श्रद्धालु बडी संख्या में उमड़ पडे़। मंदिर के पट रविवार रात 11 बजे तक लगातार 44 घंटे खुले रहेंगे । पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के अनुसार मंदिर के पट खुलने से दोपहर एक बजे तक अनुमान के अनुसार 3.5 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए हैं। सुबह दर्शन में डेढ घंटा लग रहा था जो दोपहर में एक घंटा रहा।
बारह ज्योर्तिलिंगों में एक श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि की शुरूआत 10 फरवरी से हुई है। नवरात्रि में प्रत्येक दिन भगवान का साकार स्वरूप में श्रृंगार किया जा रहा है। शनिवार रात से भगवान को दुल्हा बनाकर सेहरा स्वरूप में सजाया जाएगा।मंदिर में सामान्य श्रद्धालुओं को भील समाज की धर्मशाला से करीब 2.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद भगवान के दर्शन हो पा रहे हैं। श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से होकर नए द्वार मान सरोवर से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके बाद श्रद्धालुओं को बडे गणेश की और 03 गेट से बाहर निकाला जा रहा है।
एसपी शुक्ल के अनुसार श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 2 हजार पुलिस कर्मी, 9 एएसपी,25 राजपत्रित पुलिस अधीकारी,1200 नगर सुरक्षा समिति के वालेंटियर लगाए गए हैं।पार्किंग से लेकर दर्शन एवं बाहर आने के साथ ही पूरा क्षेत्र 600 सीसी टीवी कैमरा की निगरानी में है। कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी हर क्षेत्र को सतत निगरानी कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को पार्किंग स्थलों से लाने के लिए नि:शुल्क 100 बसें निरंतर चलाई जा रही हैं।प्रत्येक 200 मीटर की दूरी पर पेयजल की व्यवस्था की गई है।गर्मी से बचाव के लिए शामियाना एवं मेटिंग लगाई गई है।
श्रद्धालुओं के आवागमन मार्ग में लड्डू प्रसाद काउंटर लगवाए गए हैं।5 स्थानों पर फायर सब स्टेशन एवं एम्बूलेंस के साथ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र खोले गए हैं।यहां तक की मंदिर के अंदर तक पेरामेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है।पूरे क्षेत्र को सेक्टरों में विभाजित कर पुलिस सहायता केंद्र एवं खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं।दर्शन मार्ग पर 4 मंच बनाकर भजन मंडलियां भजन गा रही हैं। वृद्धजन एवं नि:शक्तजनों के लिए मंदिर परिक्षेत्र के समीप पार्किंग से व्हील चेयर, ई-कार्ट की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं की सहायता के लिए फ्लेक्स एवं दिशा सूचक साईन बोर्ड लगाए गए हैं।दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बेरिकेडिंग की गई है। श्री शुक्ल के अनुसार शुक्रवार – शनिवार रात को 2 बजे मंदिर के पट खुलने से 1 घंटे पूर्व से ही श्रद्धालुओं की लाईन लगवाना शुरू कर दिया गया था।सुबह 6 बजे तक करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। सुबह 6 बजे से श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा था। दोपहर 1 बजे के बाद इसकी संख्या में कमी देखी जा रही है। रात में दर्शन में 1 घंटे का समय लग रहा था जो सुबह बढकर डेढ घंटे का हुआ था।मंदिर के पट रविवार को रात शयन आरती के बाद ही विश्राम होंगे।