लोकसभा चुनावः कांग्रेस ने दिल्ली में 6 प्रत्याशी घोषित किए, टिकट बंटवारे में शीला दीक्षित की नहीं चली?
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 22, 2019 07:01 PM2019-04-22T19:01:15+5:302019-04-22T19:01:15+5:30
आखिरकार भाजपा, कांग्रेस और आप ने अकेले चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। सबसे पहले आप ने सभी उम्मीदवार उतारे। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के लिए अपने 4 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। कांग्रेस ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है।
लोकसभा चुनाव में चुनावी माहौल चरम पर है। दिल्ली राजनीति में चुनावी चकल्लस और दांवपेंच खत्म हो गया है। लगभग 1 माह के गहमागहमी के बीच आखिरकार कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
दिल्ली में लोकसभा की 7 सीट है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर बात बनते-बनते बिगड़ने के बाद दोनों ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया।
रोज-रोज कांग्रेस और आप में गठबंधन की बात हो रही थी। आखिरकार भाजपा, कांग्रेस और आप ने अकेले चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। सबसे पहले आप ने सभी उम्मीदवार उतारे। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के लिए अपने 4 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया।
कांग्रेस ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरे पर दांव खेला।
कांग्रेस ने जारी किए छह उम्मीदवारों के नाम
कांग्रेस ने सोमवार को छह उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा है। शीला दीक्षित उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, पूर्वी दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली, नई दिल्ली से अजय माकन, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से राजेश लिलोठिया और पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा प्रत्याशी होंगे।
टिकट बांटते समय शीला दीक्षित को नजरअंदाज किया गया
कुछ माह पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने दांव खेला था। लेकिन कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट बांटते समय शीला दीक्षित को नजरअंदाज किया गया।
इनमें से पांच नाम शीला दीक्षित की पसंद के नहीं हैं। 6 प्रत्याशी में सिर्फ राजेश लिलोठिया को छोड़ दें तो शीला दीक्षित की पसंद का एक भी प्रत्याशी नहीं है। टिकट बंटवारे में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको और पूर्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन की चली है।
शीला दीक्षित और अजय माकन में 36 का आंकड़ा
दिल्ली कांग्रेस पार्टी के एक सीनियर नेता ने कहा कि उत्तर-पूर्वी सीट से पूर्व सांसद जय प्रकाश (जेपी) अग्रवाल को टिकट दिया गया है। लेकिन दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित पूर्व विधायक मतीन अहमद का नाम सुझाया था।
चांदनी चौक से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली के पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल के नाम की पैरवी की थी, लेकिन पार्टी ने शीला दीक्षित को ही टिकट थमा दिया। नई दिल्ली सीट से घोषित प्रत्याशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन और शीला दीक्षित में 36 का आंकड़ा है।
योगानंद शास्त्री नहीं रमेश कुमार को टिकट
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित लोकसभा चुनाव में साउथ दिल्ली से दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष योगानंद शास्त्री का नाम दिया था, लेकिन पार्टी ने पूर्व सांसद रमेश कुमार का टिकट फाइनल किया।
वेस्ट दिल्ली से शीला दीक्षित दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव की संस्तुति की थी, लेकिन कांग्रेस ने पूर्व सांसद महाबल मिश्रा पर दांव खेला। यहां तक की शीला दीक्षित अपने बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित की परंपरागत पूर्वी दिल्ली सीट भी नहीं बचा सकीं।
शीला दीक्षित यहां से अपने पीए रह चुके पवन खेड़ा को प्रत्याशी बनवाना चाहती थीं, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट से उनके धुर विरोधी और दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली को टिकट थमा दिया।