भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उतारने से पहले टेस्ला ने प्रधानमंत्री कार्यालय से करों में कटौती की मांग की
By विशाल कुमार | Published: October 21, 2021 08:32 AM2021-10-21T08:32:28+5:302021-10-21T08:35:05+5:30
टेस्ला इस साल भारत में आयातित कारों की बिक्री शुरू करना चाहती है, लेकिन उसका कहना है कि भारत में कर दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. उसने अपने मुख्य कार्यकारी और खरबपति अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क और पीएम मोदी के बीच बैठक का अनुरोध भी किया है.
नई दिल्ली:भारतीय बाजार में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री शुरू करने से पहले एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को पत्र लिखा है और इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती की मांग की है.
टेस्ला ने अलग से अपने मुख्य कार्यकारी और खरबपति अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क और पीएम मोदी के बीच बैठक का अनुरोध भी किया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला इस साल भारत में आयातित कारों की बिक्री शुरू करना चाहती है, लेकिन उसका कहना है कि भारत में कर दुनिया में सबसे ज्यादा हैं.
पिछले महीने टेस्ला के अधिकारियों ने अपनी मांग लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अधिकारियों के साथ बंद कमरे में एक बैठक की और कहा कि कर बहुत अधिक हैं.
भारत 40,000 डॉलर या उससे कम लागत वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर 60 प्रतिशत का आयात शुल्क और 40,000 डॉलर से अधिक की कीमत वाले वाहनों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाता है.
हालांकि, कई स्थानीय वाहन निर्माताओं ने टेस्ला की इस मांग पर आपत्ति जताई है और कहा है कि इससे घरेलू विनिर्माण में निवेश पर असर पड़ेगा.
जुलाई में मस्क ने ट्वीट कर कहा था कि टेस्ला को अगर आयातित कारों से सफलता मिलती है तो भारत में एक फैक्टरी भी शुरू की जा सकती है.
बता दें कि, भारत में पिछले साल जिन 24 लाख कारों को बेचा गया उनमें से केवल पांच हजार कारें इलेक्ट्रिक थीं.