लद्दाख के मोर्चे पर फिर बनी तनातनी: हाटस्प्रिंग में फिर वापस लौट आए चीनी सैनिक, पैंगांग सो से वापस जाने को राजी नहीं
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 11, 2020 06:08 PM2020-07-11T18:08:39+5:302020-07-11T18:08:39+5:30
रक्षा सूत्रों के बकौल, दोनों देशों के 50-50 के करीब सैनिक हाटस्प्रिंग एरिया में मौजूद हैं। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत और चीन के बीच ये सहमति बन गई थी कि वो अपने सैनिकों को लद्दाख के दूसरे इलाकों से धीरे-धीरे पीछे हटा लेंगे लेकिन दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास में कमी है।
जम्मू: लद्दाख के मोर्चे पर दोनों सेनाओं के बीच फिर से तनातनी का माहौल पैदा हो गया है। समझौते की धज्जियां उड़ाते हुए चीनी सेना के जवान हाट स्प्रिंग एरिया अर्थात पीपी-15 क्षेत्र में फिर से लौट आए हैं। इसी प्रकार पैंगांग सो के इलाके से चीनी सेना ने वापस जाने से इंकार कर दिया है।
मिलने वाली खबरें कहती हैं कि लद्दाख के दो इलाकों में दोनों देशों के बीच गतिरोध बना हुआ है। हाटस्प्रिंग एरिया से चीन ने अपने सैनिक नहीं हटाए हैं। जवाब में भारत ने भी वहां सैनिक तैनात कर दिए हैं। कल सुबह हाट स्प्रिंग एरिया जिसे पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 अर्थात पीपी-15 कहा जाता है, चीनी सेना ने तम्बु उखाड़ कर वापसी की थी। पर आज सुबह फिर से इस इलाके में 50 से अधिक चीनी सैनिक देखे गए। हालांकि वापस लौटने वाले चीनी सैनिकों ने तम्बु या मोर्चाबंदी की कोई कार्रवाई नहीं की पर इससे क्षेत्र मंें तनाव पैदा हो गया है।
नतीजतन भारतीय सेना को भी अपने सैनिकों को इलाके में तैनात कर देना पड़ा है। अधिकारी कहते हैं कि पीपी-15 में चीनी सैनिकों के बराबरी मंें उतने ही सैनिक तैनात किए गए हैं जो अब आमने सामने की स्थिति में हैं। रक्षा सूत्रों के बकौल, दोनों देशों के 50-50 के करीब सैनिक हाटस्प्रिंग एरिया में मौजूद हैं। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत और चीन के बीच ये सहमति बन गई थी कि वो अपने सैनिकों को लद्दाख के दूसरे इलाकों से धीरे-धीरे पीछे हटा लेंगे लेकिन दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास में कमी है। हाटस्प्रिंग एरिया इसका एक उदाहरण है, जहां दोनों देशों की सेनाएं फिर से आमने सामने तैनात हो गई हैं।
दूसरा तनातनी वाला इलाका पैंगोंग एरिया भी है जहां से चीनी सैनिकों के पीछे हटने के संकेत नहीं हैं। समझौता तो हुआ, पर चीनी सेना इसे मानने को राजी नहीं है। अभी भी चीनी सेना के जवान पैंगांग सो में गश्त लगाते हुए देखे जा सकते हैं। वे मोटरबोटों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकारी कहते थे कि मामले को जल्द बातचीत से सुलझा लिया जाएगा।