भारत-नेपाल सीमा पर तनावः चीनी नागरिक कर रहे जासूसी, अलर्ट पर एसएसबी, रखी जा रही हैं निगाहें
By एस पी सिन्हा | Published: June 24, 2020 06:52 PM2020-06-24T18:52:11+5:302020-06-24T18:52:11+5:30
नेपाल में रह रहे चीनी नागरिक और अधिकारियों से नेपाल-भारत बॉर्डर पर भारत का जासूसी करा रहा है. बॉर्डर पर कई बार चीनी नागरिकों को बिना वजह घूमते एसएसबी के जवानों ने देखा है. इसकी जानकारी मिलने के बाद बिहार से कई जिलों से सटे नेपाल-भारत बॉर्डर पर एसएसबी के जवानों को अलर्ट कर दिया गया है.
पटनाः भारत-नेपाल के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच नेपाल ने पश्चिम चम्पारण से सीतामढ़ी तक बॉर्डर पर गतिविधियां तेज कर दी है. नेपाली प्रहरियों ने जहां पश्चिम चम्पारण से सटे नेपाली क्षेत्र के देशावता, विशुनपुरवा, पांडेपुर, मिर्जापुर, बलुआ आदि जगहों पर पोस्ट बनाए हैं.
नेपाल में रह रहे चीनी नागरिक और अधिकारियों से नेपाल-भारत बॉर्डर पर भारत का जासूसी करा रहा है. बॉर्डर पर कई बार चीनी नागरिकों को बिना वजह घूमते एसएसबी के जवानों ने देखा है. इसकी जानकारी मिलने के बाद बिहार से कई जिलों से सटे नेपाल-भारत बॉर्डर पर एसएसबी के जवानों को अलर्ट कर दिया गया है.
एसएसबी के डीआईजी ने बताया कि अररिया और सुपौल जिला के 52 चेकपोस्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर दिन-रात नजर रखी जा रही है. वहीं सीतामढ़ी के सोनबरसा के लालबंदी बॉर्डर पर फायरिंग की घटना के बाद नेपाली पुलिस बॉर्डर से थोड़ा पीछे हटते हुए जवानों की संख्या बढ़ा दी है.
एक सप्ताह के भीतर नेपाली क्षेत्र में अतिरिक्त पोस्ट बनाने की सूचना
पश्चिम चम्पारण में भारतीय क्षेत्र के भेडहरवा, बसंतपुर व इनरवा के सामने बनाए गए नेपालियों के नये पोस्ट की सूचना एसएसबी के 47वीं बटालियन के कमांडेंट प्रियव्रत शर्मा ने वरीय अधिकारियों को दी है. एसएसबी कमांडेंट ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर नेपाली क्षेत्र में अतिरिक्त पोस्ट बनाने की सूचना मिली है.
भेडहिरवा, बसंतपुर, इनरवा सहित सभी बीओपी के अधिकारियों और जवानों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. रात में नाइट विजन से गश्त और बॉर्डर पर लगाये गये नाका पर सख्ती बरतने को कहा गया है. नेपाल से बेटी और रोटी का संबंध है. फिलहाल एसएसबी सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सप्ताह से नेपाली पोस्ट पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है. इसे नेपाल के नये नागरिकता विधेयक की तैयारी से जोड़कर भी देखा जा रहा है. एक सप्ताह पहले ही नेपाल प्रहरियों ने सेमरबारी, विसुनपुरवा, पांडेपुर, बलुआ आदि जगहों पर चीन निर्मित टेंट लगाए थे. बाद में इसे हटा लिया गया था.
टेंट हटाने के बाद नेपाल प्रहरी नो मेंस लैंड से एक किलोमीटर भीतर गांव में जाकर रहने लगा था
टेंट हटाने के बाद नेपाल प्रहरी नो मेंस लैंड से एक किलोमीटर भीतर गांव में जाकर रहने लगा था. तब एसएसबी के कमांडेंट ने टेंट के चीन निर्मित होने के कारण उसपर चीनी भाषा में कुछ लिखे होने की बात कही थी. इसे उन्होंने सामान्य बात करार दिया था.
बताया जा रहा है कि चीन ने तीन के अंदर नेपाल के मोरंग, सुनसरी, सप्तरी समेत कई जिलों में 85 नए चेकपोस्ट बनवाया है. कई का निर्माण अभी जारी है. गृह मंत्रालय के आदेश पर एसएसबी के जवानों को कई गुप्त दिशा निर्देश भी वरीय अधिकारियों ने दिए हैं, इसके अलावा नेपाल सीमा पर तैनात गुप्तचर को भी विशेष एहतियात और सतर्कता बरतने को कहा गया है.
यहां बता दें कि चीन का साथ मिलने के कारण ही नेपाल के तेवर बदले हुए हैं. वह जानबूझकर भारत के साथ अपने रिश्ते खराब करने पर तूला है. यही कारण है कि बिहार के सीतामढी में बॉर्डर पर भारत के नागरिकों पर फायरिंग किया. गंडक बराज के मरम्मती काम में अड़चन पैदा करने की कोशिश की. यह सब नेपाल चीन के इसारे पर कर रहा है.