तेलंगाना: आत्मदाह का प्रयास करने वाले TSRTC कर्मचारी की मौत, जगह-जगह विरोध प्रदर्शन, कैंडल मार्च भी निकाला
By भाषा | Published: October 13, 2019 08:58 PM2019-10-13T20:58:24+5:302019-10-13T20:59:07+5:30
रेड्डी ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांगें नहीं मानने को लेकर कथित रूप से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए शनिवार को खम्मम के पास अपने घर के समीप खुद को आग लगा ली थी। हालांकि, पुलिस ने कहा कि वह आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के कर्मचारियों की हड़ताल रविवार को नौवें दिन भी जारी रहने के बीच आत्मदाह करने वाले निगम के 55 वर्षीय एक कर्मी की मौत हो गई। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि डी श्रीनिवास रेड्डी की जलने से मौत हो गई। वह राज्यव्यापी हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के एक समूह का हिस्सा थे।
रेड्डी ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांगें नहीं मानने को लेकर कथित रूप से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए शनिवार को खम्मम के पास अपने घर के समीप खुद को आग लगा ली थी। हालांकि, पुलिस ने कहा कि वह आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
रेड्डी की मौत की खबर फैलने के बाद बड़ी संख्या में तेलंगाना सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी अस्पताल के पास पहुंच गये, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया। इसके बाद शहर में कई स्थानों पर प्रदर्शन होने लगा।
Telangana: Road Transport Corporation (RTC) employees hold candle light march protest at Musheerabad RTC Depot
— ANI (@ANI) October 13, 2019
in Hyderabad, against the death of a driver of Telangana State Road Transport Corporation, who set himself ablaze in Khammam. pic.twitter.com/PlciQgvSN6
कर्मचारियों ने उनकी मौत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए नारेबाजी की। कर्मचारी टीएसआरटीसी का सरकार में विलय करने और विभिन्न पदों पर भर्ती की मांग करते हुए नौ दिनों से हड़ताल पर हैं।
रेड्डी को शनिवार रात को खम्मम से एक अस्पताल में ले जाया गया था और रविवार पूर्वाह्न में उन्होंने दम तोड़ दिया। वह करीब 90 प्रतिशत जल चुके थे। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने डी श्रीनिवास रेड्डी की मौत पर शोक प्रकट किया और कहा कि इस घटना से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘आत्महत्या कोई समाधान नहीं है। किसी को भी भविष्य में ऐसा कदम नहीं अपनाना चाहिए।’’ उन्होंने शोक संतप्त परिवार के लिए संवेदना भी प्रकट की।
इस बीच मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शनिवार को कहा कि हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से बातचीत करने या उन्हें वापस लेने का कोई सवाल नहीं उठता। साथ ही राव ने बस सेवाओं को बहाल करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया और जरूरत पड़ने पर आरटीसी एवं पुलिस विभाग के वाहनचालकों की सेवाएं लेने, नए कर्मचारियों की नियुक्ति करने के लिए भी कहा।
उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी परिस्थिति में “अवैध एवं गैरकानूनी” हड़ताल को मान्यता नहीं देगी और हड़ताल कर रहे लोगों से बातचीत का सवाल ही नहीं उठता है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में राव के हवाले से कहा गया, “हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को वापस नहीं लिया जाएगा, चाहे जो हो जाए।” टीएसआरटीसी की संयुक्त कार्य समिति (जेएसी) ने 19 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंदी का ऐलान किया है।