कांग्रेस, टीआरएस का दावा : तेलंगाना का जनादेश हमारे पक्ष में लेकिन बीजेपी ने कही ये बात
By भाषा | Published: December 7, 2018 03:04 AM2018-12-07T03:04:33+5:302018-12-07T03:04:33+5:30
तेलंगाना विधान सभा चुनाव 2018: विधानसभा चुनाव में तेरास और भाजपा अकेले ही किस्मत आजमा रहे हैं, वहीं कांग्रेस तथा तेलुगुदेशम पार्टी के ‘पीपल्स फ्रंट’ में भाकपा और तेलंगाना जन समिति भी शामिल हैं।
टीआरएस और कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तेलंगाना का जनादेश उनके पक्ष में आएगा। 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए कल मतदान होगा। इस चुनाव में भाजपा और टीआरएस अकेले-अकेले चुनाव मैदान में हैं।
लोकसभा में टीआरएस के उप नेता बी. विनोद कुमार ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम पूर्ण बहुमत से जीतने जा रहे हैं। लोग हमारे साथ हैं। यह एकतरफा जीत होगी। हम दो-तिहाई बहुमत से जीतेंगे।’’ करीमनगर से लोकसभा के सांसद ने दावा किया कि पिछले साढ़े चार वर्षों में लोगों ने केसीआर के कार्यों की सराहना की है।
टीआरएस को चुनौती ‘‘प्रजाकुटमी’’ (जनमोर्चा) से मिल रही है। कांग्रेस, तेलुगूदेशम पार्टी, तेलंगाना जन समिति और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने मिलकर प्रजाकुटमी बनाया है। तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी आर सी खुंटिया ने कहा कि समूह को 80 से अधिक सीटें मिलेंगी।
भाकपा के महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने इसे ‘‘कड़ा मुकाबला’’ करार देते हुए कहा, ‘‘प्रजाकुटमी की जीत को लेकर हम आश्वस्त हैं।’’ रेड्डी ने कहा कि चुनाव प्रचार में काफी संख्या में लोगों के जुटने और मतदाताओं के उत्साह को देखते हुए विपक्षी दल का उत्साहवर्द्धन हुआ है। उन्होंने कहा कि समूह के सदस्यों ने अधिकतर स्थानों पर जमीनी स्तर पर एकजुट होकर काम किया।
वर्ष 2014 के चुनावों में तेदेपा के साथ गठबंधन में पांच सीटें जीतने वाली भाजपा ने कहा कि इससे सुनिश्चित हुआ कि तेलंगाना चुनावों में मुकाबला त्रिकोणीय है।