विधानमंडल दल की बैठक में नही शामिल हुए कई विधायक, तेजस्वी ने कहा- हार-जीत चलता रहता है, महागठबंधन एकजुट है
By एस पी सिन्हा | Published: May 29, 2019 08:58 PM2019-05-29T20:58:38+5:302019-05-29T20:59:02+5:30
वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बाद अब पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने माना है कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप के बीच के विवाद के कारण पार्टी को भारी नुकसान हुआ है. भाई वीरेंद्र ने बिना नाम लेते हुए तेजप्रताप पर पर कार्रवाई की मांग की है.
बिहार में लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर पर राजद विधानमंडल दल की बैठक हुई, लेकिन इस बैठक में 15 से अधिक राजद के विधायक नदारद रहे. इससे यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि राजद के अंदर भी सबकुछ ठीक-ठाक नही चल रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजद विधायक दल की बैठक में शामिल नही होने वालों में अब्दुल बारी सिद्धकी, चंद्रिका राय, मुनेश्वर चौधरी, सनोज यादव, अनिल यादव समेत 15 से अधिक विधायक हैं. 23 मई को नतीजों के बाद राजद के अंदर का कलह थमने का नाम नहीं ले रहा.
वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बाद अब पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने माना है कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप के बीच के विवाद के कारण पार्टी को भारी नुकसान हुआ है. भाई वीरेंद्र ने बिना नाम लेते हुए तेजप्रताप पर पर कार्रवाई की मांग की है और पार्टी को नुकसान पहुंचाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की बात कही है.
राजद विधायक ने कहा कि चाहे वो कोई भी हो जिन्होंने पार्टी विरोधी काम किया है, उन्हें जल्द पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
हालांकि, राजद ने तेजस्वी यादव को लोकसभा चुनावों में हार का जिम्मेदार नहीं माना है और 2020 का चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ने की बात कही है.
लेकिन कांग्रेस के विधायकों ने तेजस्वी यादव को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. पार्टी के कदवा से विधायक शकील अहमद खान ने महागठबंधन की हार के लिए तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया है.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 2019 के जनादेश को साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा कि जनता को दिग्भ्रमित कर इन लोगों ने अपना एजेंडा सेट किया. इसका परिणम आप लोगों के सामने है. 2019 का जनादेश साजिश है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि आज महागठबंधन की अहम बैठक बुलायी गई थी.
इस दौरान लोकसभा चुनाव के परिणाम पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि हार जीत चलता रहता है. महागठबंधन एकजुट है और आगे भी हमलोग एक साथ मिलकर भाजपा का मुकाबला करेंगे. भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रमित करके जनादेश को ठगा गया.
साजिश के तहत लोगों को गुमराह किया गया. इसको लेकर हमलोग जनता के बीच जायेंगे और एनडीए की ओर से फैलाये गये भ्रम को दूर करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि आगे की लड़ाई बाकी है. बिहार में आने वाले दिनों में विधानसभा के लिए चुनाव होगा.
लोकसभा की तुलना में इस चुनाव में मुद्दे अलग होंगे. हमलोग रणनीति बनाकर लोगों के बीच जायेंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर दिल्ली में महागठबंधन की बैठक बुलाई गई है. जिसमें हमलोग शामिल होंगे. हार की समीक्षा को लेकर एक कमिटी गठित की गई है. कमिटी की रिपोर्ट मिलने के बाद हार के पीछे के असली कारणों का पता लग पायेगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पार्टी के सभी प्रत्याशी को बुलाकर चर्चा की. नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी की तरफ से शपथ ग्रहण में शामिल होने को लेकर कोई निमंत्रण नहीं आया है.
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि ये कोई पहली बार जीत या हार नहीं है, ये कोई अंतिम जीत या हार नहीं है. बिहार के विधानसभा चुनाव की स्थिति अलग होती है.
हमें एकजुट रहकर जनता के बीच जाना है. कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा निमंत्रण मिला है. हम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अहमद पटेल में मुलाकात करेंगे. हम दिल्ली जा रहे हैं, बुलावा आया है.
लोकसभा चुनाव में हार के सवाल पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जगदानंद सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमिटी बनाई है, वो जांच कर रही है कि हार का कारण क्या है? क्योंकि एनडीए के तमाम शीर्ष नेता बिहार में रैली करने जब जुटते थे तो भीड़ नहीं होती थी.
कई कारण सामने आ रहे हैं, बात हो रही है. सभी को देख रहे हैं. कई लोग इस उम्मीद में है कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद महागठबंधन में ये होगा, वो होगा टूट होगा, वो मुगालते में है, हम लोग एकजुट हैं.