तेजस्वी कोलकाता के लिए रवाना, केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया
By भाषा | Published: February 5, 2019 01:20 AM2019-02-05T01:20:47+5:302019-02-05T01:20:47+5:30
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने विकास का काम नहीं किया सिर्फ जुमलेबाजी में अपना समय बर्बाद किया है। देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थन में यहां से कोलकाता रवाना होते हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सीबीआई की कार्रवाई की निंदा करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि सीबीआई भाजपा के एक प्रकोष्ठ की तरह काम कर रही है
पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बंगाल में जो हुआ वो गलत है। इस घटना कि जितनी निंदा की जाए कम है। तेजस्वी ने कहा कि कोलकाता की घटना संवैधानिक संस्था पर प्रहार है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘'बीजेपी ने संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक कर लिया है। संवैधानिक संस्थाएं भाजपा के प्रकोष्ठ की तरह काम कर रही हैं। सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स बीजेपी के इशारों पर बीजेपी के फायदे के लिए काम कर रही हैं'’।
तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘'बंगाल में जिस घोटाले की चर्चा हो रही है उसी घोटाले के एक आरोपी नेता बीजेपी के साथ चले गये तो वो राजा हरिश्चन्द्र हो गए हैं लेकिन अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, मायावती, चन्द्रबाबू नायडू नहीं गए तो उन्हें परेशान किया जा रहा। मेरे पूरे परिवार के पीछे मोदी जी ने केन्द्रीय एजेंसी लगा दी है'’।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने विकास का काम नहीं किया सिर्फ जुमलेबाजी में अपना समय बर्बाद किया है। देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
तेजस्वी ने कहा, ‘'नरेन्द्र मोदी मेरे अभिभावक जैसे हैं लेकिन मैं उनसे ये कहना चाहता हूं कि पीएम का पद एक गरिमा का पद होता है। वो पीएम कितने दिनों तक रह पाएंगे। जो रहता है उसे जाना भी पड़ता है। लेकिन ये संस्थाएं(केन्द्रीय एजेंसी) स्थाई रूप से रहती हैं। देश के संवैधानिक संस्थानों से खिलवाड़ कतई न करें। देश बर्बाद हो जाएगा। इन हथकंडों के जरिये चुनाव नहीं जीता जा सकता। नरेंद्र मोदी को उपचुनावों के नतीजे याद रखने चाहिए और उन्हें खुद भी ईमानदारी से काम करना चाहिए साथ ही केन्द्रीय एजेंसियों को भी ईमानदारी से काम करने की स्वतंत्रता देनी चाहिए’’।
कोलकाता मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘'जेपी लोहिया को मानने वाले लोग भी मसले पर खामोश हैं ये हैरत की बात है। उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। ऐसा न हो की सीट बंटवारे के विवाद के बाद उन्हें चिराग पासवान से ट्वीट करवाना पड़े'’।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की वर्तमान परिस्थितियों के सन्दर्भ में नीतीश सोमवार को कहा कि आचार संहिता लागू होने के पहले तक चुनावी फायदे के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाएंगे।
इसबीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा ‘'जब शारदा चिटफंड में गरीब आदमी का पैसा डूबा है और सीबीआई के अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जांच करते हुए बंगाल के पुलिस आयुक्त आवास की तलाशी लेने पहुंचे थे, तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किसको बचाने के लिए धरने पर बैठ गईं। गरीबों से हमदर्दी का दिखावा करने वाले लालू प्रसाद बतायें क्या गरीबों का पैसा उन्हें वापस नहीं दिलाया जाना चाहिए'’।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘'अगर गरीब को लूटने वालों के राज छिपाने वाला एक राज्य का पुलिस आयुक्त और एक सीएम हो, तो क्या कानून उन बड़े लोगों पर लागू नहीं होना चाहिए'’।
सुशील मोदी ने कहा, ‘'स्वतंत्र भारत में पहली बार घोटाले की जांच करने वाली केंद्रीय टीम को ही हिरासत में लेकर संघात्मक व्यवस्था को चुनौती दी गई और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन रोकने की कोशिश कर ममता बनर्जी ने संविधान का अपमान किया। क्या तेजस्वी यादव कोलकाता में भी संविधान बचाओ यात्रा निकालेंगे'’।