बिधूड़ी को लेकर तेजस्वी यादव ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- जो व्यक्ति भाजपा में रहेगा उसको गाली देने का भी अधिकार है
By एस पी सिन्हा | Published: September 23, 2023 06:28 PM2023-09-23T18:28:23+5:302023-09-23T18:28:23+5:30
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने संसद में भाषण दिया था कि आपका व्यवहार और आचरण तय करेगा कि आप किस तरफ बैठे हैं।

बिधूड़ी को लेकर तेजस्वी यादव ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- जो व्यक्ति भाजपा में रहेगा उसको गाली देने का भी अधिकार है
पटना:बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो व्यक्ति भाजपा में रहेगा उसको गाली देने का भी अधिकार है, चाहे वह सांसद ही क्यों न हो। भाजपा सांसद ने अगर संसद में गाली ही दे दी तो यह कौन सी बड़ी बात है। दुख तो सभी को हुआ है लेकिन इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने संसद में भाषण दिया था कि आपका व्यवहार और आचरण तय करेगा कि आप किस तरफ बैठे हैं। प्रधानमंत्री के यह बात कहे हुए महज दो से तीन दिन ही हुए हैं और भाजपा के सांसद सदन में मर्यादा को लांघ गए। गली के मवाली जिस तरह से बात करते हैं उसी तरह से अपशब्दों का प्रयोग भाजपा सांसद द्वारा किया गया है। वो भाजपा में हैं इसलिए कोई कार्रवाई नहीं होने जा रही है।
इस दौरान सीट शेयरिंग को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग पर कोई दिक्कत नहीं है। कोई तकलीफ नहीं है। कोई सोचता भी था कि इतना बड़ा गठबंधन होगा? जो लोग एक साथ नहीं बैठते थे अब वह सब एक साथ बैठने लगे हैं तीन-तीन बार बैठक हो चुकी है। कमेटी की भी बैठक हुई है। सभी कुछ सही चल रहा है। हम लोग यहां कोई दिक्कत नहीं है। बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन में कोई झंझट ही नहीं है। दिक्कत एनडीए में है, इंडिया में कोई दिक्कत नहीं है।
वहीं सीताराम येचुरी से लालू प्रसाद की मुलाकात पर तेजस्वी ने कहा कि जब भी लोग आते हैं मिलते रहते हैं। हम लोग भी दिल्ली जाते हैं तो मुलाकात होती है। हमलोग शुरू से गठबंधन में रहे हैं और लालू प्रसाद से पुराना नाता रहा है।
वहीं, चिराग पासवान और पशुपति पारस का बगैर नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग होगी तो उन लोग का क्या होगा? जो उधर गए हैं। उनका कैसे क्या होगा जो एक ही परिवार और एक ही पार्टी को अलग-अलग कर दिए? वही लोग क्लेम करेंगे दिक्कत तो वहां आ रही है। यहां कहां दिक्कत है।
जबकि महिला आरक्षण बिल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कानून कब लागू होगा? क्या किसी के पास इसका जवाब है? अगर यह लागू नहीं हुआ तो कानून का क्या मतलब? उन्होंने इसमें आरक्षण ओबीसी, पिछड़े और अल्पसंख्यक क्यों नहीं दिया?