तेजस्वी यादव ने अमित शाह के 'उल्टा लटका देंगे' वाली टिप्पणी पर कसा तंज, बोले- "बिहार के लोग सीधा कर देते हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 5, 2023 09:37 PM2023-04-05T21:37:58+5:302023-04-05T21:40:59+5:30
तेजस्वी यादव ने अमित शाह द्वारा बीते रविवार को नालंदा की रैली में 'उल्टा लटका देंगे' वाली की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार के लोगों को सीधा करने के लिए जाना जाता है, यहां लोगों को सीधा कर दिया जाता है।
पटना:बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीते रविवार को नालंदा की रैली में 'उल्टा लटका देंगे' वाली की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि बिहार के लोगों को सीधा करने के लिए जाना जाता है, यहां लोगों को सीधा कर दिया जाता है।
यही नहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोपों की जद में न केवल अमित शाह को घेरा बल्कि भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि संसद में भाजपा के सांसद हंगामा कर रहे हैं, भाजपा सांसद सदन में सत्ता पक्ष के हैं और वो संसद को नहीं चलने दे रहे हैं तो पहले तो अमित शाह को इस बात के लिए, भाजपा सासंदों के गैर-लोकतांत्रिक आचरण के लिए फटकार लगानी चाहिए।
दिल्ली से पटना लौटने पर हवाई अड्डे से निकलते हुए पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने अमित शाह के 'उल्टा लटका देंगे' वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह बिहार है। यहां के लोग जानते हैं कि किसका इलाज किस तरह से किया जाता है। किसे कैसे ठीक करना है ये गुजरात के लोग नहीं बिहार के लोग जानते हैं। इसलिए वो बिहार में अपना 'प्रवचन' देते समय इस बात को याद रखें कि बिहार वह भूमि है, जहां से गांधी महात्मा बने थे।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह ने राम नवमी पर हुए सांप्रदायिक हिंसा का जायजा लेने के लिए जिस तरह से राज्यपाल से सीधी बात की है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका यह तरीका "संघवाद" की भावना के खिलाफ है और इससे साबित होता है कि केंद्र राज्य सरकार के अधिकारों का अतिक्रमण कर रहा है।
राजद नेता ने कहा कि राम नवमी पर पूरे बिहार में 100 से अधिक स्थानों पर जुलूस निकाले गए लेकिन केवल सासाराम और बिहारशरीफ में ही सांप्रदायिक गड़बड़ी हुई लेकिन क्यों, हम यही तो जानना चाहते हैं कि क्या किसी की ओर से अप्रिय स्थिति पैदा करने की कोशिश की गई है।
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि सासाराम और बिहारशरीफ में हुए दंगे और हिंसा साजिश का हिस्सा थे। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने फौरन कहा, 'पूरी तरह से स्पष्ट है'।
तेजस्वी यादव ने कहा दो महीने पहले पूर्णिया में सत्ताधारी महागठबंधन की सफल रैली से विपक्ष में बैठी भाजपा बुरी तरह से बौखला गई है। लोकसभा चुनाव आ रहा है औऱ उनकी जमीन बिहार में बची नहीं है तो अब ऐसे में क्या कहा जाए कि क्या हो रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने बिहार की जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए आरोप लगाया, "तमिलनाडु में प्रवासियों पर हमलों के झूठे आरोपों के साथ उपद्रव करने का प्रयास भी विफल रहा। इसलिए, अब राम नवमी के बहाने दंगे करवाए गए हैं। मैं बिहार के लोगों से यही कहना चाहता हूं कि हमारी सत्ता रहे ना रहे, आपसी भाईचारा हमेशा बना रहना चाहिए।"
तेजस्वी ने अमित शाह पर सीधा हमला करते हुए कहा, "अमित शाह बिहार में तो दंगाइयों को उल्टा लटकाने की बात करते हैं। लेकिन उन्हीं के कई सांसद सांप्रदायिक बयानबाजी करके माहौल खराब करते थे, उनके उपर क्यों नहीं कार्रवाई करते हैं।"
मालूम हो कि पिछले रविवार को अमित शाह ने नवादा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, "बिहार में भाजपा के सत्ता में आने पर दंगाइयों को उल्टा लटका दिया जाएगा"। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य में सत्तारूढ़ शासन की बेहद तीखी आलोचना की थी।