तेजस्वी यादव का दावा: भाजपा ने किया तय, 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार नहीं होंगे CM का चेहरा
By एस पी सिन्हा | Published: September 19, 2019 07:51 PM2019-09-19T19:51:21+5:302019-09-19T19:51:21+5:30
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने देश में छाई आर्थिक मंदी का एक कारण भादो भी बताया था. इसके अलावा उन्होंने बुधवार को ये भरोसा जताया था कि पितृपक्ष मेला के बाद बिहार में वाहनों की बिक्री में सुधार होगा.इसके बाद तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर जवाबी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मुझे स्पष्ट सूचना है कि भाजपा ने तय कर लिया है नीतीश कुमार 2020 के चुनाव में सीएम का चेहरा नहीं होंगे. तेजस्वी यादव ने गुरुवार को ट्वीट कर जदयू नेता को 'अफवाह महाशय' और भाजपा नेता को 'कुतर्क मास्टर' संबोधित किया. साथ ही उनके बयान पर तंज कसते हुए कहा है कि युवा घबराये नहीं, अगले 30 वर्ष में नौकरी मिल जायेगी.
तेजस्वी यादव ने आज यह साफ कर दिया कि वह किसी भी हाल में भाजपा और जदयू के साथ नहीं जा सकते. पार्टी के अल्संख्यक प्रकोष्ठ की बैठक में उन्होंने साफ कहा कि मेरे शरीर में लालू प्रसाद का रक्त है. मनुवादी या साम्प्रदायिक शक्ति से कोई समझौता नहीं कर सकता. जनादेश न मानने वालों के भी साथ नहीं जा सकते. तेजस्वी ने कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, मंगाई, आर्थिक मंदी पर बात नहीं होती है. लोगों को असल मुद्दे से भटकाया जा रहा है. संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है. लालू प्रसाद ने अपने विचार और सिद्धांत से समझौता नहीं किया. राज्य का वातावरण खराब करने वाले आरएसएस, बजरंगदल, विश्व हिंदू परिषद के नेताओं को बिहार आने की अनुमति नहीं दी. वहीं, तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जदयू नेता पर हमला बोलते हुए लिखा- '15 साल राज करने के बाद भी अफवाह महाशय कह रहे हैं कि बिहार गरीब राज्य है. नीतीश सरकार स्वयं विफलताएं स्वीकार कर अपनी प्रचंड नाकामी की अपनी ही जुबानी गवाही दे रही है. बिहार में लोगों को नून-रोटी नसीब नहीं हो रही है और ये महोदय टीवी पर बिस्कुट-केक खाने की परिकथाएं सुना रहे हैं.
साथ ही एक अन्य ट्वीट में बीजेपी नेता पर निशाना साधते हुए कहा है कि 'बिहार के सबसे बड़े कुतर्क मास्टर सुशील मोदी कभी कहते हैं सावन-भादो की वजह से मंदी है. कभी कहते है पितृ पक्ष, कभी खरमास, कभी बाढ़-सुखाड़ तो कभी कानून व्यवस्था-प्राकृतिक आपदा की वजह से मंदी है. इनके बेतुके कुतर्कों का भावार्थ है कि युवा घबराए नहीं अगले 30 वर्ष में नौकरी मिल जाएगी.'
तेजस्वी ने दूसरे ट्वीट में एक न्यूज चैनल का क्लिप अटैच करते हुए लिखा है 15 साल राज करने के बाद भी अफवाह महाशय कह रहे है कि बिहार गरीब राज्य है. नीतीश सरकार स्वयं विफलताएं स्वीकार कर अपनी प्रचंड नाकामी की अपनी ही जुबानी गवाही दे रही है. बिहार में लोगों को नून-रोटी नसीब नहीं हो रही है और ये महोदय टीवी पर बिस्कुट-केक खाने की परिकथाएं सुना रहे हैं. यहां बता दें कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने देश में छाई आर्थिक मंदी का एक कारण भादो भी बताया था. इसके अलावा उन्होंने बुधवार को ये भरोसा जताया था कि पितृपक्ष मेला के बाद बिहार में वाहनों की बिक्री में सुधार होगा.