शिंदे खेमे को झटका, मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के अनुरोध को हाईकोर्ट ने किया खारिज
By रुस्तम राणा | Published: September 23, 2022 04:35 PM2022-09-23T16:35:25+5:302022-09-23T17:08:22+5:30
एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सर्वंकर द्वारा उच्च न्यायालय में अनुरोध किया गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही खेमे के पास पहले से ही बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में रैली की अनुमति है।
मुंबई: शिंदे ग्रुप को हाईकोर्ट ने शुक्रवार को झटका दिया है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने शिंदे खेमें एक विधायक द्वारा मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के अनुरोध को खारिज कर दिया है। एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सर्वंकर द्वारा उच्च न्यायालय में अनुरोध किया गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही खेमे के पास पहले से ही बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में रैली की अनुमति है।
दरअसल, दादर से विधायक सदा सर्वंकर ने गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था, जिसमें अदालत से मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली को लेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की याचिका पर सुनवाई या फैसला नहीं करने की मांग की गई थी।
बृहन्मुंबई नगर निगम ने पहले मुंबई पुलिस द्वारा उठाए गए कानून और व्यवस्था की चिंताओं के आधार पर प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एकनाथ शिंदे के गुट को अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
ठाकरे गुट ने बीएमसी के फैसले को चुनौती दी थी, जिस पर शिंदे गुट ने हस्तक्षेप की याचिका दायर की। दादर विधायक सदा सर्वंकर, शिंदे गुट का हिस्सा, ने विरोध किया था कि वर्तमान याचिका की आड़ में, याचिकाकर्ता (ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना) पार्टी पर दावा करने की कोशिश कर रहे थे।
Interventions application of Eknath Shinde Faction MLA Sada Sarvankar rejected by Bombay High Court https://t.co/0Blg8GdqZjpic.twitter.com/fsUdS3u4kt
— ANI (@ANI) September 23, 2022
सरवनकर ने कहा कि उन्होंने 30 अगस्त को मुंबई नगर निकाय में एक आवेदन भी दायर किया था जिसमें मध्य मुंबई के प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क में शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी गई थी।
आपको बता दें कि शिवसेना 1966 से हर साल दशहरे पर रैली कर रही है। इस साल यह आयोजन महत्वपूर्ण है क्योंकि सेना अब दो गुटों में विभाजित हो गई है और रैली 2020 और 2021 में कोविड -19 महामारी के कारण आयोजित नहीं की गई थी।
उद्धव ठाकरे ने अगस्त में श्री शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि पार्टी को यकीन नहीं है कि उसे आयोजन की अनुमति मिलेगी या नहीं। श्री ठाकरे ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करेंगे।