'चाय का निमंत्रण मिला, लेकिन...', प्रियंका गांधी के निमंत्रण पर अनिल बलूनी ने जताई असमर्थता
By स्वाति सिंह | Published: July 27, 2020 09:11 PM2020-07-27T21:11:39+5:302020-07-27T21:24:52+5:30
दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित अपना सरकारी बंगला खाली करने की एक अगस्त की समय सीमा से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा नेता अनिल बलूनी को चाय पर आमंत्रित किया था। दरअसल, यह बंगला बलूनी को ही आवंटित हुआ है।
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकारी बंगले को खाली करने से पहले बीजेपी नेता अनिल बलूनी को पत्नी के साथ चाय पर आमंत्रित किया था। इसपर बीजेपी अनिल बलूनी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर जवाब दिया है।
अनिल बलूनी ने प्रियंका गांधी कहा, 'चाय का निमंत्रण मिला, लेकिन अभी नहीं आ सकता। कैंसर के इलाज के बाद घर वापस आया हूं। अभी डॉक्टरों ने घर पर ही रहने को कहा है। बलूनी ने 35, लोधी ऐस्टेट पर जाने के बाद प्रियंका को घर पर सपरिवार भोजन के लिए आमंत्रित किया है।
आज श्री अनिल बालुनी और उनकी पत्नी से बात हुई। मैं ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करती हूँ। उन्हें नए घर की शुभकामनाएँ देते हुए आशा करती हूँ कि उन्हें भी इस घर में उतनी ही ख़ुशियाँ मिलें जितनी मुझे और मेरे परिवार को मिलीं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 27, 2020
बता दें कि दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित अपना सरकारी बंगला खाली करने की एक अगस्त की समय सीमा से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा नेता अनिल बलूनी को चाय पर आमंत्रित किया था। दरअसल, यह बंगला बलूनी को ही आवंटित हुआ है। बताया जा रहा है कि भाजपा के राज्यसभा सदस्य को रविवार को आमंत्रण भेज कर उनकी सहूलियत जानने और इसकी पुष्टि करने की कोशिश की गई है। इस बाबत बलूनी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन कॉल का जवाब नहीं दिया।
प्रियंका गांधी 35, लोधी एस्टेट स्थित आवास खाली करने की प्रक्रिया में हैं। शहरी विकास मंत्रालय ने एक जुलाई को उन्हें नोटिस जारी कर उनसे एक अगस्त तक बंगला खाली करने को कहा था क्योंकि पिछले साल उनका सुरक्षा कवर घटाने के बाद वह इसके लिये योग्य नहीं रह गई हैं।
समझा जाता है कि उन्होंने दिल्ली में एक मकान देख रहा है और वह वहां जल्द ही रहने के लिये चली जाएंगी। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने गुड़गांव सेक्टर 42 की एक रिहायशी सोसाइटी स्थित एक मकान में अपना कुछ सामान भेजा है, लेकिन वह वहां नहीं रहेंगी। उन्होंने बताया कि गुड़गांव के मकान का इस्तेमाल उनके बच्चे कभी-कभी किया करते हैं और वह मध्य दिल्ली में ही रहेंगी।