पुलिस अफसर ने रिटायरमेंट पर पहनी राजीव गांधी हत्याकांड वाली खून के धब्बों से सनी कैप, जानिए
By अनिल शर्मा | Published: October 2, 2021 12:42 PM2021-10-02T12:42:03+5:302021-10-02T12:49:27+5:30
फिलिप के वकील केमुताबिक, फिलिप की इच्छा थी कि वह नौकरी के आखिरी दिन वो ही कैप और नेम बैज लगाएं जो 1991 के ब्लास्ट के दौरान उन्हें पहना था।
तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) प्रतीप फिलिप ने नौकरी के आखिरी दिन खून के धब्बों वाली कैप और नेम बैज पहना जो उन्होंने 30-साल पहले राजीव गांधी हत्याकांड के समय पहना हुआ था। आत्मघाती हमले में घायल हुए फिलिप को रिटायरमेंट से दो-दिन पहले चेन्नई के कोर्ट ने बतौर सबूत जमा यह दोनों चीजें हासिल करने की अनुमति दी थी।
बार एंड बेंच के मुताबिक फिलिप 1991 में राजीव गांधी की जब हत्या की गई तब वह उनकी सुरक्षा में तैनात थे। उस वक्त वे सहायक पुलिस अधीक्षक के तौर पर कार्य कर रहे थे। राजीव गांधी पर आत्मघाती हमले में वे गंभीर रूप से जख्मी भी हो गए थे। अभी भी उनके शरीर में स्टील की प्लेटें फिट हैं। फिलिप को प्रेजीटेंड पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है।
फिलिप के वकील केमुताबिक, फिलिप की इच्छा थी कि वह नौकरी के आखिरी दिन वो ही कैप और नेम बैज लगाएं जो 1991 के ब्लास्ट के दौरान उन्हें पहना था। ये दोनों चीजें मामले की सुनवाई के दौरान साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल की गई थीं। इनके ऊपर आज भी खून के निशान हैं। स्थानीय अदालत ने उन्हें रिटारमेंट वाले दिन 1991 की ड्रेस पहनने की अनुमति दी थी। इसके लिए उनसे एक लाख रुपये का बॉन्ड भरवाया गया। फिलिप के खून से सने कैप और बेज बतौर साक्ष्य जमा हुए थे।