शर्मनाक! तमिलनाडु में 'जाति के कारण' महिला नेता को पंचायत की बैठक में फर्श पर बैठाया
By रामदीप मिश्रा | Published: October 10, 2020 07:31 PM2020-10-10T19:31:06+5:302020-10-10T19:31:06+5:30
महिला का कहना है कि मेरी जाति के कारण उपाध्यक्ष ने मुझे बैठक की अध्यक्षता नहीं करने दी। उन्होंने मुझे झंडा फहराने नहीं दिया। उन्होंने अपने पिता को ऐसा करने दिया। हालांकि इस दौरान मैं उच्च जातियों का साथ देती रही, लेकिन अब यह खत्म हो रहा है।
तमिलनाडु के कुड्डालोर में जिला में एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है, जहां एक निर्वाचित महिला नेता को पंचायत की बैठक के दौरान फर्श पर बैठाया गया। वहीं अन्य लोग कुर्सी पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर में महिला फर्श पर बैठी देखी जा सकती है। जाति के नाम पर महिला के साथ हुए भेदभाव को लेकर लोगों में रोष है व्याप्त हैं।
कुड्डालोर जिला कलेक्टर इस मामले पर संज्ञान लिया और पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है। साथ ही सा जांच के आदेश दिए हैं। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित की गई तस्वीर में दिख रही महिला थेरु थिट्टई ग्राम पंचायत की अध्यक्ष है और अनुसूचित जाति व आदि द्रविड़ समुदाय से आती है। वह बीते साल आरक्षित सीट से चुनकर आई हैं।
महिला का कहना है कि मेरी जाति के कारण उपाध्यक्ष ने मुझे बैठक की अध्यक्षता नहीं करने दी। उन्होंने मुझे झंडा फहराने नहीं दिया। उन्होंने अपने पिता को ऐसा करने दिया। हालांकि इस दौरान मैं उच्च जातियों का साथ देती रही, लेकिन अब यह खत्म हो रहा है। उपाध्यक्ष को SC/ST अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के कई गांवों में अनुसूचित जातियों के रहने के लिए भी निर्धारित क्षेत्र हैं और जब वे उन क्षेत्रों से गुजरते हैं जहां "उच्च जाति" के लोग रहते हैं तो उन्हें जूते पहनने की अनुमति नहीं होती है। अतीत में कई बार देखा गया है कि अनुसूचित जातियों के लोग उच्च जातियों के क्षेत्र से गुजरे हैं तो वे अपने हाथों में चप्पल ले जाते हुए कैमरे में कैद हुए हैं।