तमिलनाडु सरकार ने दी कोरोना प्रतिबंधों में ढील, कल से नहीं होगा रात्रिकालीन कर्फ्यू
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 27, 2022 09:27 PM2022-01-27T21:27:40+5:302022-01-27T21:40:56+5:30
फैसले से पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कोरोना की वर्तमान स्थिति पर समीक्षा के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी
चेन्नई: तमिलनाडु सरकार ने कोरोना मामले में हो रहे सुधार को देखते हुए कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला लिया है। इसके तहत तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने 27 जनवरी को घोषणा की कि कोरोना महामारी के कारण लागू विशेष रात्रिकालीन कर्फ्यू कल से हटा लिया जाएगा। इसके साथ ही आगामी 1 फरवरी से कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल और कॉलेजों को फिर से खोल दिया जाएगा।
दरअसल तमिलनाडु में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला इसलिए किया गया क्योंकि वहां पर दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं भी मई से पूर्व निर्धारित हैं।
इस मामले में तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने बीते मंगलवार को एक वर्चुअल बैठक करके स्कूल प्रबंधन और विभाग के अफसरों के साथ स्कूल खोले जाने को लेकर गहन मत्रणा भी की थी।
कोरोना छूट के इस फैसले से पहले राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कोरोना की वर्तमान स्थिति पर समीक्षा के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी।
बैठक में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सीएम स्टालिन को बताया कि राज्य में प्रतिदिन लगभग 30 हजार मामले दर्ज किए जा रहे हैं और इसके अलावा मृत्यु दर में भी कोई खास वृद्धि नहीं दर्ज की जा रही है।
हालांकि रात्रिकालीन कर्फ्यू समाप्त किये जाने के बाद भी कोरोना संबंधी अन्य प्रतिबंध वैसे ही लागू रहेंगे। इस मामले में शासन की ओर से बताया गया है कि दरअसल लॉकडाउन में छूट देकर सरकार सूबे में ठहर गई आर्थिक गतिविधियों को बल देना चाहती है। लेकिन इस छूट के साथ ही सरकार रोजोना हर जिले से आने वाली रिपोर्टों की भी कड़ाई से समीक्षा करती रहेगी।
अगर हालात फिर से खराब होते हैं तो आवश्यक प्रतिबंधों को फिर से लगाया जा सकता है। वैसे तमिलनाडु में आज कोविड-19 के 28,515 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 53 मरीजों की मौत भी हुई। इस समय पूरे राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2,13,534 है।