74 साल के बुजुर्ग को किया फ्रीजर बॉक्स में बंद, परिवार कर रहा था मौत का इंतजार
By रामदीप मिश्रा | Published: October 14, 2020 03:52 PM2020-10-14T15:52:38+5:302020-10-14T15:52:38+5:30
मामला उस समय सामने आया जब फ्रीजर बॉक्स को वापस लेने एजेंसी का एक कर्मचारी आया। उसने देखा कि बालासुब्रमणिया जीवत हैं और वह सांस लेने के लिए तड़प रहे हैं।
तमिलनाडु के सलेम जिले में एक 74 साल के गंभीर रूप से बीमार बुजुर्ग को परिवार वालों ने अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर फ्रीजर में बंद कर दिया और मरने के लिए छोड़ दिया। बीते दिन मंगलवार को फ्रीजर बॉक्स से बुजुर्ग को बचाया जा सका है। बुजुर्ग का नाम बालासुब्रमणिया कुमार है। इस घटना के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खबरों के अनुसार, मामला उस समय सामने आया जब फ्रीजर बॉक्स को वापस लेने एजेंसी का एक कर्मचारी आया। उसने देखा कि बालासुब्रमणिया जीवत हैं और वह सांस लेने के लिए तड़प रहे हैं। इसके बाद उसने बुजुर्ग की सहायता लिए हल्ला मचाया। फ्रीजर बॉक्स को पीड़ित बुजुर्ग के भाई ने किराए पर लिया था।
घटना की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि 74 वर्षीय व्यक्ति को हाल ही में गंभीर हालत में अस्पताल से छुट्टी मिली थी। हालांकि, उनके भाई ने एक फ्रीजर बॉक्स मंगवाया था और उन पर आरोप लगे हैं कि वह बुजुर्ग के मरने का इंतजार कर रहे थे। एजेंसी के एक कर्मचारी ने फ्रीजर बॉक्स में बुजुर्ग को जीवित देखकर एक सूचना दी, जिसके बाद उन्हें बचाया जा सका है।
देवलिंगम, एक वकील जो शव ले जाने के लिए मुफ्त वाहन उपलब्ध कराता है, वह भी घटना के बारे में सुनकर आदमी के घर पहुंच गए। उन्होंने कहा "बुजुर्ग को पूरी रात अंदर रखा गया। एजेंसी के कर्मचारी ने घबराकर मुझे सतर्क कर दिया। मुझे परिवार ने बताया.. 'आत्मा नहीं बची है और हम इंतजार कर रहे हैं।"
इस मामले को लेकर पुलिस ने लापरवाही बरतने और किसी की जान जोखिम में डालने का केस कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है। बुजुर्ग एक निजी कंपनी से स्टोर कीपर के रूप में रिटायर्ड हैं। वह अपने विधुर भाई और एक भतीजी के साथ रहते हैं।