ताजनगरी आगरा का नाम होगा अग्रवन, योगी सरकार ने साक्ष्य जुटाने को कहा, अंबेडकर विश्वविद्यालय से मांगी रिपोर्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 19, 2019 12:55 PM2019-11-19T12:55:12+5:302019-11-19T14:43:25+5:30
साक्ष्यों को लेकर विश्वविद्यालय का इतिहास विभाग पूरे मामले पर मंथन कर रहा है और साक्ष्य जुटाने में लगा हुआ है। साथ ही ताजनगरी के प्राचीन इतिहास को खोजने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें आगरा का नाम कब, किसने और कैसे अग्रवन के रूप में प्रयोग किया, इसके साक्ष्य जुटाए जाने की प्रक्रिया और शोध कार्य किए जा रहे हैं।
शहरों का नाम बदलने की सूची में ताज नगरी आगरा का नाम भी शामिल हो सकता है। शासन ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से इस मामले में साक्ष्य मांगे हैं और पूछा है कि आगरा का नाम अग्रवन क्यों किया जाए।
साक्ष्यों को लेकर विश्वविद्यालय का इतिहास विभाग पूरे मामले पर मंथन कर रहा है और साक्ष्य जुटाने में लगा हुआ है। साथ ही ताजनगरी के प्राचीन इतिहास को खोजने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें आगरा का नाम कब, किसने और कैसे अग्रवन के रूप में प्रयोग किया, इसके साक्ष्य जुटाए जाने की प्रक्रिया और शोध कार्य किए जा रहे हैं।
इसके लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी दी गई है। साक्ष्य जुटा लेने के बाद विश्वविद्यालय शासन को रिपोर्ट सौंपेगा। विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सुगम आनंद के अनुसार शासन के पत्र के आधार पर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगरा के नाम को लेकर अलग-अलग मत है, लेकिन हम लिखित प्रमाण या अभिलेख पर शोध कर रहे हैं।
अंगिरा से आगरा का सफर
महाभारत के समय पूर्व आगरा को अग्रवन या अग्रबाण कहा जाता था। आगरा का संबंध ऋषि अंगिरा से भी है, जो 1000 ईसा पूर्व हुए थे। अंगिरा से आगरा हो गया। तौलमी पहला व्यक्ति था, जिसने इसे आगरा कहकर संबोधित किया।
इन शहरों के नाम बदले
मुगलसराय : पंडित दीनदयाल उपाध्याय
इलाहाबाद: प्रयागराज
फैजाबाद : अयोध्या
बनारस : वाराणसी
इनके नाम बदलने की मांग:
अलीगढ़, फिरोजाबाद, गाजियाबाद,मुजफ्फरनगर, गाजीपुर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, मिर्जापुर, आजमगढ़