तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव, उनके वकील ने कहा- वह भगोड़ा नहीं हैं, मरकज के लोग कर रहे पूरा सहयोग
By रामदीप मिश्रा | Published: April 27, 2020 02:55 PM2020-04-27T14:55:38+5:302020-04-27T15:11:17+5:30
Tablighi Jamaat chief Maulana Saad: लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन कर दिल्ली में धार्मिक सभा का आयोजन करने के लिए कांधलवी पर मुकदमा दर्ज है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्थित कांधलवी के फार्महाउस पर छापेमारी की गई थी।
नई दिल्लीः तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और वह अंडर ग्राउंड हैं। इस दौरान कोरोना वायरस के टेस्ट में मौलाना साद ने निगेटिव पाए गए हैं। यह जानकारी उनके वकील फुजैल अयूबी ने दी है। बता दें, अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मौलाना साद कांधलवी के फार्महाउस पर छापेमारी की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, वकील फुजैल अयूबी ने बताया है कि मौलाना साद की COVID-19 टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वह भगोड़ा नहीं है, न ही उनसे दिल्ली पुलिस ने पेश होने के लिए कहा है। हमें कोई समन कॉपी नहीं मिली है। हमने अब तक 3 नोटिस प्राप्त किए हैं और तीनों का जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि मरकज और तब्लीगी जमात के लोग दिल्ली पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में मौलाना साद के कार्यालय को मरकज में खोजा है। साथ ही साथ अन्य आरोपियों के कार्यालयों और आवासों को भी खोजा गया है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन कर दिल्ली में धार्मिक सभा का आयोजन करने के लिए कांधलवी पर मुकदमा दर्ज है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्थित कांधलवी के फार्महाउस पर छापेमारी की गई थी।
People of Markaz & Tablighi Jamaat are fully co-operating with Delhi Police. Delhi Police has recently searched Maulana Saad's office in Markaz & offices and residences of other accused: Fuzail Ayubi, Maulana Saad's lawyer to ANI https://t.co/DtYi8h6tmR
— ANI (@ANI) April 27, 2020
शहर के निजामुद्दीन पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर कांधलवी और सात अन्य लोगों पर लॉकडाउन के दौरान आदेश का उल्लंघन कर सभा आयोजित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 और अन्य धाराओं में निजामुद्दीन के थाना प्रभारी ने मामला दर्ज किया था।
मार्च में निजामुद्दीन में आयोजित हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में कई लोगों ने हिस्सा लिया था और उनमें से बहुत से लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। इसके बाद निजामुद्दीन क्षेत्र को संक्रमण की अधिकता वाल क्षेत्र (हॉटस्पॉट) घोषित कर दिया गया था।