सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार से पूछी राफेल विमान सौदे की प्रक्रिया, राहुल का तंज- 'The PM Decided'
By आदित्य द्विवेदी | Published: October 10, 2018 06:43 PM2018-10-10T18:43:18+5:302018-10-10T18:51:17+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री ने निर्णय लिया। अब उनके फैसले को सही साबित करने के लिए रास्ते तलाशने शुरू कर दिए गए हैं।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबरःसुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को केंद्र सरकार से राफेल फाइटर जेट खरीदने की प्रक्रिया की जानकारी मांगी तो कांग्रेस फिर सक्रिय हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने राफेल खरीद की प्रक्रिया की जानकारी मांगी है। ये बेहद आसान है- पीएम ने तय किया। अब उनके फैसले को जस्टिफाई करने के लिए तरीके निकाले जाने बाकी हैं। लेकिन काम शुरू हो गया है। P.S.- रक्षामंत्री आज रात फ्रांस जा रही हैं।'
भारतीय सेना के लिए फ्रांस की रक्षा कंपनी दसॉल्ट से 36 लड़ाकू विमान खरीद रही है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से राफेल के दाम के बारे में जानकारी नहीं मांगी है। केंद्र सरकार की तरफ से पेश एटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि राफेल सौदा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और ऐसे मुद्दों की न्यायिक समीक्षा नहीं की जा सकती है।
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस. के. कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसेफ की पीठ ने यह स्पष्ट किया कि फ्रांस के साथ हुए इस सौदे के संबंध में उसे कीमत और सौदे के तकनीकी विवरणों से जुड़ी सूचनाएं नहीं चाहिए।
The Supreme Court has asked for the #RAFALE decision making process. It’s quite simple really...
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 10, 2018
The PM decided.
The processes to justify his decision are yet to be invented. But work has begun.
Ps. In this connection, Raksha Mantri is leaving for France tonight. https://t.co/FJJzlBulb0
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को भारतीय युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के मुद्दे को गांव-गांव तक लेकर जाएं और ग्रामीणों के समक्ष केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करें। राजस्थान की दो दिवसीय यात्रा पर आए गांधी ने बुधवार को यहां युवा कांग्रेस के कार्यकारिणी सदस्यों के साथ संवाद किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी की विचारधारा का पालन करने तथा लोकतंत्र की मजबूती के लिए काम करने को कहा।