अध्ययन में दावा- दुनिया के उलट भारत में कम होती जा रही है आम लोगों की औसत लंबाई, चिंता में वैज्ञानिक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 18, 2021 03:01 PM2021-10-18T15:01:26+5:302021-10-18T15:14:53+5:30
वैज्ञानिक इस बात को लेकर हैरान हैं कि जब दुनियाभर में लोगों का कद बढ़ रहा है, भारत में इसके उलट लोग छोटे हो रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि वैश्विक प्रवृत्ति के विपरीत भारत में आम नागरिकों की औसत लंबाई में गिरावट चिंता का विषय है।
दुनिया भर में लोग लंबे हो रहे हैं, इसके विपरीत एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि भारत में आम लोगों की औसत लंबाई कम होती जा रही है। इस बात पर वैज्ञानिकों ने चिंता जाहिर की है। वैज्ञानिक इस बात को लेकर हैरान हैं कि जब दुनियाभर में लोगों का कद बढ़ रहा है, भारत में इसके उलट लोग छोटे हो रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि वैश्विक प्रवृत्ति के विपरीत भारत में आम नागरिकों की औसत लंबाई में गिरावट चिंता का विषय है।
Open Access Scientific Journal PLOS One में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक ये गिरावट 15-25 वर्षीय आयु समूह की महिलाओं और पुरुषों में देखी गई है। महिलाओं की औसत लंबाई करीब 0.42 सेंटीमीटर कम हुई है, जबकि पुरुषों की औसत लंबाई 1.10 सेंटीमीटर तक गिरी है। जिस रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ उसे, '1998 से 2015 तक भारत में व्यस्क की लंबाई का ट्रेंड: राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वे से सबूत' नाम दिया गया है।
अतीत में कई अध्ययनों से पता चला है कि दुनिया भर में वयस्कों की औसत ऊंचाई बढ़ रही है। इस अध्ययन के लेखकों ने कथित तौर पर कहा है, "दुनिया भर में औसत ऊंचाई में समग्र वृद्धि के संदर्भ में, भारत में वयस्कों की औसत ऊंचाई में गिरावट चिंताजनक है और तत्काल जांच की मांग करता है। विभिन्न आनुवंशिक समूहों के रूप में भारतीय आबादी के लिए ऊंचाई के विभिन्न मानकों के तर्क को और अधिक जांच की आवश्यकता है।"
वैज्ञानिकों ने इसके पीछे की एक वजह गैर-आनुवांशिक कारक की तरफ भी इशारा किया है। अध्ययन इस तथ्य की ओर इशारा करता है कि गैर-आनुवंशिक कारक इसके पीछे की वजह हो सकते हैं। इनमें जीवनशैली, पोषण, सामाजिक और आर्थिक निर्धारक आदि शामिल हैं। शोधकर्ताओं ने भारतीय लोगों के बीच लंबाई के विभिन्न ट्रेंड को देखा जिसके परिणाम हैरानीभरे थे।
अध्ययन में खुलासा हुआ कि 15-25 वर्ष की उम्र में पुरुषों और महिलाओं की औसत ऊंचाई हाल के वर्षों में स्पष्ट रूप से कम हुई है। धार्मिक समूह, जाति, कबीला, निवास और संपत्ति के इंडेक्स सभी से औसत लंबाई में कमी का पता चला। उन्होंने भारत के व्यस्कों की औसत ऊंचाई में गिरावट को प्रभावित करनेवाले कारकों पर भी चर्चा की।