18 जुलाई से शुरू हो रहा है यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र, 23 को अनुपूरक बजट, आजम व जोशी की कमी खलेगी
By भाषा | Published: July 17, 2019 04:26 PM2019-07-17T16:26:47+5:302019-07-17T16:26:47+5:30
विपक्षी सदस्यों को सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां की कमी खलेगी, जो रामपुर से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं। सत्ताधारी दल की बात करें तो रीता बहुगुणा जोशी सदन में नहीं नजर आएंगी। वह इलाहाबाद से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र गुरूवार से शुरू हो रहा है। विधानसभा सचिवालय के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि विधानसभा में 23 जुलाई को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
सदन में 24 जुलाई को अनुपूरक अनुदानों पर चर्चा होगी। विधानसभा की केवल सात बैठकें होंगी। इस बार सदन का नजारा कुछ बदला-बदला सा रहेगा क्योंकि इसके 11 सदस्य नजर नहीं आएंगे। ये सभी सदस्य लोकसभा चुनाव जीते हैं।
विपक्षी सदस्यों को सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां की कमी खलेगी, जो रामपुर से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं। सत्ताधारी दल की बात करें तो रीता बहुगुणा जोशी सदन में नहीं नजर आएंगी। वह इलाहाबाद से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं।
नेता प्रतिपक्ष सपा के राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ताधारी पार्टी द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध के तहत मामले दर्ज कराने का मुद्दा उठाएगी। चौधरी ने कहा, ''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं दिलचस्पी लेकर राजनैतिक प्रतिशोधवश लोगों को उकसा कर आजम खां के विरुद्ध फर्जी मुकदमा दर्ज करा रहे हैं।''
उन्होंने कहा, ''आजम खां के विरुद्ध प्रताड़ना की कार्रवाई की लड़ाई सपा सदन से लेकर सड़क तक लड़ेगी।'' बसपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक उमा शंकर सिंह ने बताया कि उनकी पार्टी जन कल्याण से जुडे़ मुद्दे प्रमुखता से उठाएगी।
इनमें बाढ़ और बारिश से उत्पन्न हालात के कारण जनता को हो रही समस्याएं शामिल हैं। कांग्रेस नेता अजय कुमार ने बताया कि अपराध के बढ़ते मामले, बुंदेलखंड की समस्या, जहरीली शराब से मौतें और पुलिस द्वारा उत्पीड़न जैसे मुद्दे उनकी पार्टी सदन में उठाएगी।
सूत्रों ने बताया कि सत्र के पहले दिन आगरा (उत्तर) से भाजपा के विधायक रहे जगन प्रसाद गर्ग के निधन पर उनके प्रति शोक व्यक्त करने के साथ ही सदन की बैठक दिन भर के लिए स्थगित हो जाएगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, विधानसभा सत्र का समापन 26 जुलाई को होना है।
संक्षिप्त सत्र में सरकार को कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पेश करने हैं। सूत्रों ने बताया कि 19 जुलाई को अध्यादेश, अधिसूचनाएं व नियमों आदि से संबंधित दस्तावेज पटल पर रखे जाएंगे। उन्होंने बताया कि 20 और 21 जुलाई को शनिवार और रविवार की छुट्टी होने के कारण सदन की बैठकें नहीं होंगी।
सूत्रों के अनुसार 22 जुलाई को विधायी कामकाज होगा जबकि 25 जुलाई और 26 जुलाई को भी विधायी कामकाज होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों के नेताओं से सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग मांगा है।
योगी ने यहां सर्वदलीय बैठक में कहा कि विधायकों को जनता से जुडी समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए। इस बीच, उत्तर प्रदेश विधानसभा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को बुधवार को 'एक्टीवेट' किया गया । इस पर सदन से जुडी विभिन्न सूचनाएं मिलेंगी।