जम्मू-कश्मीर: बटामालू इलाके में सेना और आंतकियों के बीच मुठभेड़, दो जवान घायल
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 12, 2018 06:26 AM2018-08-12T06:26:51+5:302018-08-12T06:48:07+5:30
सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ के बीच पूरे इलाके की इंटरनेट सेवा ठप्प कर दी गई है।
नई दिल्ली, 12 अगस्त : जम्मू-कश्मीर के बटामालू इलाके में सेना और आतंकियों के बीच सुबह से मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में दो जवान बुरी तरह घायल हो गए हैं। खबरों की माने तो वहां पर 4-5 आतंकी एक घर में छिपा हुए हैं। इनकी योजना 15 अगस्त के दिन हमला करने की थी। लेकिन इनके नापाक इरादे का पता चलते ही का सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। जिसके बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग की गई, सेना भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। आतंकियों को कोई भी मदद नहीं मिल पाए इसलिए मुठभेड़ के बीच पूरे इलाके की इंटरनेट सेवा ठप्प कर दी गई है। साथ ही सेना पूरे इलाके में सर्च अभियान भी चला रही है।
Srinagar: Encounter breaks out between terrorists and security forces near Batamaloo area. More details awaited. #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) August 11, 2018
Srinagar: Internet services suspended after encounter breaks out between terrorists and security forces near Batamaloo area. More details awaited. #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) August 12, 2018
आपको बता दें, कश्मीर घाटी में इस साल आतंकवाद संबंधी और पथराव की घटनाओं में 20 पुलिसकर्मियों समेत 41 सुरक्षाकर्मियों की जान गई, जबकि 907 अन्य जख्मी हो गए। आतंकवाद संबंधी घटनाओं में इस साल के शुरूआती छह माह में 17 सैन्यकर्मी, 20 पुलिसकर्मी और सीआरपीएफ के दो कर्मियों समेत 39 सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई है जबकि 96 अन्य जख्मी हुए हैं।
आतंकवाद संबंधी घटनाओं में 28 सैन्यकर्मी, सीआरपीएफ के 31 कर्मी और 37 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसी दौरान, पथराव की घटनाओं में सीआरपीएफ के दो कर्मियों की मौत हो गई जबकि 811 अन्य जख्मी हो गए। घाटी में पथराव की 734 घटनाओं में 592 पुलिसकर्मी, सीआरपीएफ के 219 कर्मी घायल हुए हैं। आतंकवाद और पथराव की घटनाओं में 32 आम लोगों की मौत हुई है और 117 अन्य जख्मी हुए हैं।
इधर, सरकार के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इस साल जुलाई तक नियंत्रण रेखा पर 954 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया है। रक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष भामरे ने राज्यसभा को बताया था कि जम्मू कश्मीर में वर्ष 2017 में नियंत्रण रेखा पर 860 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया था, जबकि चालू वर्ष में जुलाई माह तक वहां 945 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया।
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