अयोध्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रविशंकर बोले- 'देश के लिए यह अच्छा, मध्यस्थता ही है एकमात्र रास्ता'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 8, 2019 02:34 PM2019-03-08T14:34:14+5:302019-03-08T14:34:14+5:30
रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में मध्यस्थता के लिये सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त समिति के सदस्य आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने शुक्रवार को कहा कि लंबे समय से चले आ रहे विवादों को खत्म करने के लिये हर किसी को निश्चित रूप से मिलकर कदम उठाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एफएमआई कलीफुल्ला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति में श्री श्री रविशंकर के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पंचू भी शामिल हैं। श्री श्री रविशंकर ने कहा, 'मैंने अभी यह खबर सुनी। मुझे लगता है कि यह देश के लिए अच्छा है। मध्यस्थता ही एकमात्र रास्ता है।'
साथ ही श्री श्री ने कहा, 'लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद को खत्म करने की दिशा में हम सभी को निश्चित रूप से समाज में सौहार्द बनाये रखते हुए खुशी-खुशी मिलकर कदम उठाना चाहिए।'
Sri Sri Ravishankar on being appointed in Ayodhya mediation panel by Supreme Court: I just heard of this news, I think this will be good for the country, mediation is the only way pic.twitter.com/aj2mQAKE4i
— ANI (@ANI) March 8, 2019
रविशंकर ने ट्वीट किया, 'लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद को खत्म करने की दिशा में निश्चित रूप से हम सभी को खुशी-खुशी हर किसी का सम्मान करते हुए, सपनों को हकीकत में बदलते हुए और समाज में सौहार्द बरकरार रखते हुए मिलकर इस लक्ष्य को हासिल करना चाहिए।'
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मामले को मध्यस्थता के लिये भेज दिया और समिति को इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिये आठ हफ्तों का समय दिया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ ने कहा कि यह समिति चार सप्ताह के अंदर इसकी प्रगति रिपोर्ट दाखिल करे और आठ सप्ताह के अंदर प्रक्रिया पूरी कर ले।