एसआर मोहंती हो सकते हैं एमपी के अगले मुख्य सचिव, एक आदेश पर कांप जाते हैं बड़े-बड़े अधिकारी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 20, 2018 11:33 AM2018-12-20T11:33:04+5:302018-12-20T11:33:04+5:30
मोहंती 1982 बैच के आईएएस अधिकारी है, जो वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भी है. मोहंती के काम की शैली से वैसे कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों प्रभावित बताए जा रहे हैं.
मध्यप्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही राज्य के मुख्य सचिव पद पर बदलाव होना तय है. इस पद के लिए राज्य एस.आर.मोहंती और एम. गोपाल कृष्ण रेड्डी का नाम सबसे आगे हैं. वैसे मोहंती के नाम पर करीब-करीब सहमति बन गई है और उनके नाम पर जल्द ही मोहर लग सकती है. इसके अलावा अन्य दावेदार अधिकारी भी अपने स्तर से इस पद को पाने के लिए प्रयासरत हैं.
राज्य के मुख्य सचिव बी.पी.सिंह 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होना है. सिंह के स्थान पर अगला मुख्य सचिव कौन होगा इसका फैसला जल्द ही हो जाएगा. इस पद के लिए दावेदार अधिकारियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के यहां पैरवी तेज कर दी है. अधिकारी अपने-अपने हिसाब से प्रयास कर रहे हैं.
इस पद के लिए पूर्व में तीन नाम सामने आए थे, जिनमें एस.आर.मोहंती, मनु श्रीवास्तव और मोहम्मद सुलेमान थे, मगर कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही इनके अलावा चौथा नाम गोपाल रेड्डी का जुड़ गया है.
वैसे राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि रेड्डी के नाम को लेकर भी कमलनाथ अंतिम क्षणों में सहमति जता सकते हैं, मगर एस.आर. मोहंती का नाम भी वरिष्ठता के चलते आगे बताया जा रहा है. मोहंती 1982 बैच के आईएएस अधिकारी है, जो वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भी है. मोहंती के काम की शैली से वैसे कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों प्रभावित बताए जा रहे हैं.
मगर एम.गोपाल रेड्डी का नाम भी मुख्यमंत्री की ओर से ही आगे आया है. रेड्डी 1985 बैच के आईएएस अधिकारी है. इनके अलावा राज्य के 1985 बैच के राधेश्याम जुलानिया भी इस पद को पाने के लिए प्रयासरत हैं. मगर उनका नाम अन्य अधिकारियों की अपेक्षा पीछे ही है.
सूत्रों की माने तो एस.आर.मोहंती के नाम पर कमलनाथ के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अपनी सहमति जता सकते हैं. इसके पीछे यह कारण माना जा रहा है कि मोहंती उन अधिकारियों में से हैं, जो अपने फैसले पर प्रदेशभर में अधिकारियों से अमल करना पसंद करते हैं. उनकी इस कार्यशैली को देखते हुए वे पहली पसंद बने हुए हैं.
मंत्रालय से मैदान तक होगा जल्द बदलाव
मुख्यमंत्री पद के शपथ लेने के बाद से जिस तरह से कमलनाथ ने नौकरशाहों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी रख कसावट लाने का प्रयास किया है, उससे यह साफ है कि वे मंत्रालय से लेकर मैदान तक अधिकारियों में बदलाव चाहते हैं.
इसके चलते जल्द ही बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होने की संभावना भी जताई जा रही है. भाजपा सरकार में जो अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निकट के माने जा रहे थे, उन अधिकारियों में बदलाव होना तय माना जा रहा है. सूत्रों की माने तो सतना कलेक्टर के हटाने के बाद जल्द ही आधा दर्जन और भी जिला कलेक्टरों के हटाए जाने की बात कही जा रही है.