दुर्गा पूजा के बाद पश्चिम बंगाल में बढ़े कोरोना के मामले, दोगुने हुए केस, लापरवाही पड़ रही भारी
By दीप्ती कुमारी | Published: October 22, 2021 09:59 PM2021-10-22T21:59:57+5:302021-10-22T22:16:55+5:30
बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान भीड़ के कारण कोलकाता में कोरोना के मामलों में तेजी आई है , जिससे अधिकारी परेशान है और लोगों को मास्क जरूर लगाने की सलाह दे रहे हैं ।
कोलकाता : कोलकाता में दुर्गा पूजा उत्सव की समाप्ति के बाद से कोरोना के मामले दोगुनी तेजी से बढ़ रहे हैं और अब यह ग्राफ इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि अधिकारी भी चिंता में आ गए हैं । सोमवार को शहर के क्वारंटाइन सेंटर को वापस से खोल दिया गया है ताकि लोगों को संगरोध किया जा सके और उन्हें अलग-थलग रखकर जल्द से जल्द इसे ठीक किया जा सकता है ।
कोलकाता में दुर्गा पूजा बहुत धूमधाम से मनाई जाती है, जिसके कारण लोगों ने खरीदारी और पंडाल में काफी भीड़ लगाई थी , जिसका परिणाम अब लोगों को चुकाना पड़ रहा है । शुक्रवार को कोलकाता में 242 मामले दर्ज किया गया जबकि पिछले शुक्रवार को 127 मामले दर्ज किया गया था । इनमें से 150 को पूरी तरह से टीका लगाया गया था जबकि 15 को पहली खुराक मिली थी ।
अधिकारी पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान लोगों द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमी के कारण स्पाइक को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं । कोलकाता नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी अतिन घोष ने कहा, "दुर्गा पूजा का आनंद लेने के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या में लोगों को देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई थी । उनमें से कई ने मास्क नहीं पहना था । हम स्थिति को देख रहे हैं क्योंकि उनके संक्रमण की अवधि अभी खत्म नहीं हुई है,"।
अधिकारियों का कहना है कि खतरे की घंटी बजने वाली बात यह है कि नए संक्रमणों में से अधिकांश (200) बिना लक्ष्ण वाले हैं, जिसका अर्थ है कि ऐसे लोग वायरस फैलाने वाले हो सकते हैं । सिर्फ कोलकाता ही नहीं, पूरे बंगाल में संख्या बढ़ रही है और अधिकारी अगले सप्ताह के लिए आशंकित रूप से इंतजार कर रहे हैं ताकि स्पाइक की पूरी तस्वीर सामने आ सके । सात दिन में 451 से 833 तक राज्य में रोजाना संक्रमण के आंकड़े भी चिंताजनक हैं।
कोलकाता के सीएमआरआई अस्पताल के डॉ राजा धर का कहना है कि अगले एक हफ्ते में संख्या बढ़ेगी और अस्पतालों को संक्रमण की गंभीरता पर ध्यान देना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि "अगर हम पाते हैं कि समय के साथ मामलों की संख्या बढ़ रही है लेकिन मामले में गंभीरता नहीं हैं, तो हमारे पास काफी अच्छी प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है। दूसरी ओर, यदि अस्पताल में भर्ती और मृत्यु दर में वृद्धि होती है, तो हम पहले और दूसरे स्थान पर वापस जाते हैं । हालांकि यह चरण, उतना बुरा नहीं हो सकता है,"।
इस बीच, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू वापस लगाया, जो दुर्गा पूजा के लिए हटा लिया गया था ।